बिलावल भुट्टो जरदारी आएंगे भारत,12 साल बाद किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री का पहला दौरा
नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी 4 और 5 मई को गोवा में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के मुताबिक वह पाक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने यह जानकारी दी है। बिलावल करीब 12 साल के अंतराल के बाद भारत आने वाले पहले विदेश मंत्री होंगे। भारत की यात्रा करने वाली अंतिम पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार जुलाई 2011 में थीं।
गौरतलब है कि 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नई दिल्ली आने के बाद से यह कोई प्रमुख पाकिस्तान नेता भारत नहीं आया है।
भारत ने दिया निमंत्रण
भारत ने विदेश मंत्रियों की बैठक और एससीओ के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बांदियाल और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी को निमंत्रण दिया था. भारत और पाकिस्तान दोनों को एससीओ के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किया गया है. दोनों ने अपने द्विपक्षीय विवादों के कारण ब्लॉक को कमजोर नहीं करने की प्रतिबद्धता जताई थी।
बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं भारत-पाक संबंध
फरवरी, 2019 में हुए पुलवामा आतंकवादी हमले के विरोध में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद से भारत-पाकिस्तान में संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं।
स्थिति अगस्त, 2019 के बाद और बिगड़ गयी जब भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया और उसे दो संघ शासित प्रदेशों में बांट दिया।
एससीओ का वर्तमान अध्यक्ष है भारत
आठ सदस्यीय संगठन एससीओ के वर्तमान अध्यक्ष भारत सिलसिलेवार कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। एससीओ के सदस्य देशों में भारत, रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य,कजाख्स्तान,ताजिकिस्तान,उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान शामिल है।