86 साल की उम्र में बॉडी बिल्डिंग,शरीर ऐसा कि यूथ भी खा जाएं मात,कारनामा
नई दिल्ली। आपने अक्सर सुना होगा कि अगर कुछ करने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती। आत्मविश्वास औऱ कड़ी मेहनत से आप बड़े से बड़ा और असंभव सा लगने वाला काम भी कर सकते हैं। ऐसे कई उदाहऱण आपके सामने आए भी होंगे। ऐसा ही एक उदाहरण जापानी बॉडीबिल्डर तोशिसुके कानाज़ावा ने भी सेट किया है। उम्र के 80वें दशक में जाकर जहां अधिकतर बुजुर्ग बिस्तर पकड़ लेते हैं,वहीं तोशिसुके जिम में पसीना बहाते हैं। 86 साल के तोशिसुके को बॉडी बिल्डिंग का शौक है और जिस तरह की बॉडी उन्होंने बना रखी है,उस तरह की इस उम्र में आकर बहुत कम दिखते हैं।
यूथ के लिए भी मुश्किल है इतनी मेहनत
86 साल के मिस्टर कानाज़ावा को न तो कूल्हे या पीठ में दर्द की शिकायत है और न ही किसी तरह से वह जिम करने में समस्या महसूस करते हैं। वह घंटों जिम में पसीना बहाते हैं। उनके इतनी मेहनत यूथ के लिए भी करना संभव नहीं है। उनका शरीर भी बेहतरीन आकार में है।
34 साल की उम्र में ले लिया था संन्यास
स्टैंडर्ड मीडिया केन्या के अनुसार, अपनी युवावस्था में कई बार के चैंपियन बॉडीबिल्डर,मिस्टर कानाज़ावा ने 34 साल की उम्र में खेल से संन्यास ले लिया था। उन्होंने व्यायाम करना बंद कर दिया और शराब पीना,धूम्रपान करना और जो चाहें खाना शुरू कर दिया। वह अक्सर खुद को आईने में देखते था और सोचते थे कि क्या यह किसी राष्ट्रीय बॉडीबिल्डिंग चैंपियन का शरीर है,लेकिन 50 साल होने के बाद उन्हें फिर से शरीर पर काम करने का ख्याल आया। इसके बाद कानाज़ावा ने जिम जाना शुरू कर दिया। इसी साल 9 अक्टूबर को जापान चैंपियनशिप में भाग लेने वाले वह सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन चुके हैं।
हाल ही में टॉप 12 तक का सफर किया तय
हिरोशिमा में रहने वाले श्री कानाज़ावा ने ओसाका में पुरुषों की जापान बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप के 68वें संस्करण में भाग लिया, जिसमें युवा बॉडीबिल्डर्स के खिलाफ शानदार पोज दिए गए। हालांकि वह अंतिम 12 प्रतिभागियों में जगह नहीं बना पाए। उन्होंने कहा, ‘मैं केवल भाग लेने में सक्षम होने के लिए आभारी हूं। मुझे आशा है कि मैं दूसरों के दिल तक पहुंच सकता हूं जब वे मुझे बुढ़ापे में भी चुनौती लेते हुए देखते हैं।’
इस वजह से की वापसी
मिस्टर कानाज़ावा जब 20 साल के थे तो उन्होंने पहली बार जापान चैंपियनशिप जीती। 24 साल की उम्र में अपना दूसरा “मिस्टर जापान” खिताब जीता और 34 साल की उम्र में रिटायर्ड हो गए। आउटलेट ने कहा कि उसने अपनी पत्नी को प्रोत्साहित करने के लिए वापसी करने का फैसला किया, जो बीमारी से ग्रस्त थीं।