ब्रेकर पर उछले ट्रैक्टर से कुचलकर जीजा की मौत,साला गंभीर
घटना के वक्त दोनों सड़क किनारे एक दुकान पर खड़े होकर बाटी-चोखा खा रहे थे
खफा लोगों का हंगामा, लगभग आधे घंटे तक
रोके रखी रॉबर्ट्सगंज-पन्नूगंज मार्ग की रफ्तानी
सोनभद्र । राबर्टसगंज कोतवाली क्षेत्र के बिजौली मोड़ स्थित ऊंचे ब्रेकर पर तेज रफ्तार के कारण उछले ट्रैक्टर से जीजा की कुचलकर मौत हो गई। वहीं साला गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। घटना के वक्त दोनों सड़क किनारे एक दुकान पर खड़े होकर बाटी-चोखा खा रहे थे। हाथ से खफा लोगों ने जमकर हंगामा किया। लगभग आधे घंटे तक रॉबर्ट्सगंज पन्नूगंज मार्ग की रफ्तानी भी रोके रखी। एसडीएम सदर उत्कर्ष द्विवेदी और क्षेत्राधिकारी डॉ. चारू द्विवेदी ने मामले में कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया, तब जाकर लोग शांत हुए।
ब्रेकर की जरूरत से अधिक ऊंचाई बनी हादसे का बड़ा कारण:
बताते चलें कि बिजौली तिराहे पर चंद कदम बाद ऊंचे पुल को देखते हुए, ब्रेकर बनाया गया है लेकिन ब्रेकर की सीधी ऊंचाई वाहनों के लिए खास परेशानी का कारण बन जाती है। छोटे चार पहिया वाहनों के लिए जहां चैंबर टच होने की स्थिति बनी रहती है वहीं बड़े चक्की वाले वाहनों में रफ्तार की दशा में उछाल की स्थिति सामने आती रहती है। बताते हैं कि बुधवार की पूर्वान्ह 11 बजे के करीब भी कुछ ऐसा ही हुआ। रामगढ़ की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रैक्टर की पुल चढ़ने के बाद, ढलान के कारण रफ्तार और तेज हो गई।
तेज रफ्तार और ब्रेकर पर उछाल से चालक को बैठा नियंत्रण :
ढलान के मुहाने पर ब्रेकर होने के कारण जब तक चालक ट्रैक्टर को नियंत्रित कर पाता तब तक ऊंचा ब्रेकर होने के कारण ट्रैक्टर उछलकर सड़क किनारे बाटी-चोखा खा रहे अनिल कुमार 26 वर्ष पुत्र राम रक्षा निवासी नंदन थाना रायपुर और उसका साले प्रमोद यादव को अपनी चपेट में ले चुका था। अचानक सामने आए हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। उपचार के लिए कहीं ले जाया जाता इससे पहले अनिल ने जहां मौके पर ही दम तोड़ दिया वहीं प्रमोद को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
खफा लोगों ने जमकर किया हंगामा, लगाया जाम :
हादसे से खफा लोगों ने जमकर हंगामा किया। लगभग आधे घंटे तक कलवारी-खलियारी राजमार्ग पर जाम भी लगाए रखा। एसडीएम, क्षेत्राधिकारी के साथ ही, प्रभारी निरीक्षक रॉबर्ट्सगंज सत्येंद्र राय ने लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया। नाराजगी जाता रहे लोगों की मांग थी कि यहां डिवाइडर की स्थापना की जानी चाहिए ताकि आगे चलकर ऐसा कोई बड़ा हादसा न होने पाए। मामले में जरूरी पहल के साथ ही कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। तब जाकर लोग शांत हुए। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया
लसड़ा में ब्रेकर की जरूरत पर नहीं दिया जा रहा ध्यान :
एक तरफ जहां बिजौली मोड़ पर ब्रेकर की मानक से अधिक ऊंचाई हादसे का कारण बनी हुई है। वही घटनास्थल से महज आधे से एक किमी की दूरी पर लसड़ा से अक्छोर के बीच दो पेट्रोल पंप विद्यालय और तीन तिराहा होने के बावजूद जरूर वाली जगह पर ब्रेकर की सुविधा नहीं उपलब्ध कराई जा चुकी है जबकि इसको लेकर स्थानीय लोगों की तरफ से पीडब्ल्यूडी के साथ ही जिला प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है।