17 मई तक इन राशियों के जातक बहुत बचकर पार करें समय,मंगलदेव कर सकते हैं अमंगल
नई दिल्ली। वैदिक ज्योतिष के अनुसार,ग्रह का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना ग्रह गोचर कहलाता है। ज्योतिष के अनुसार,जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है,तो उसका प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। मंगल को ग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त है। मंगल ग्रह 7 अप्रैल को मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर कर चुके हैं।
मंगलदेव अब 17 मई तक कुंभ राशि में ही रहेंगे। 17 मई को सुबह 09 बजकर 30 मिनट पर मीन राशि में गोचर कर जाएंगे। मंगल के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। मंगल ग्रह के कारक युद्धि, भूमि, साहस व पराक्रम होते हैं। जानें मंगल राशि परिवर्तन से किन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव-
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कर्क-कर्क राशि के जातकों के अष्टम भाव में मंगल गोचर हुआ है। गोचर काल के दौरान कार्यस्थल पर निराशा का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों संग मतभेद हो सकते हैं। काम में संतुष्टि की कमी देखने को मिल सकती है। पैसों से जुड़े मामलों में बेहद सावधानी बरतें। जीवनसाथी के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। चोट लगने की संभावना है।
तुला-मंगल ग्रह तुला राशि वालों के पंचम भाव में गोचर कर चुके हैं। गोचर काल में आपको जीवन में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। सहकर्मियों संग विवाद होने की आशंका है। कार्यस्थल पर आप साजिश का शिकार हो सकते हैं। आर्थिक रूप से जोखिम उठाने से बचें। जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है।
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वृश्चिक-\मंगल ग्रह वृश्चिक राशि वालों के चतुर्थ भाव में गोचर कर चुके हैं। इसके कारण आपके व्यवहार में बदलाव देखने को मिल सकता है। कार्यस्थल पर परेशानी हो सकती है। परिवार के लोगों के साथ मतभेद हो सकते हैं। आर्थिक स्थिति मध्यम रहने वाली है। मां की सेहत पर नजर रखें।