मोदी के यूएस दौरे से बौखलाया चीन,कहा-‘अमेरिका को चुकानी पड़ेगी इसकी कीमत’
नई दिल्ली। पीएम मोदी के यूएस दौरे से चीन की बौखलाहट सामने आने लगी है। चीन ने पीएम मोदी के साथ अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों पर भी सवाल खड़े किए हैं। उसने कहा है कि फाइनेंशियल टाइम्स ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि वाशिंगटन को मोदी से नजदीकियों की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया-‘अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग चरम पर है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर बनकर उभरा है। अगर ऐसा ही रहा तो इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत की अर्थव्यवस्था को इसका अच्छा फायदा होगा, लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि अमेरिका भारत के साथ सहयोग इसलिए बढ़ा रहा है ताकि चीन के आर्थिक विकास को कमजोर किया जा सके।’
चीन को नुकसान नहीं पहुंचा सकता यूएस
चीन ने अपने मुखपत्र के जरिए कहा- ‘अमेरिका भारत के साथ नजदीकियां बढ़ाकर चीन के साथ भारत के संबंधों की जगह नहीं ले सकता। भारत के साथ चीन का व्यापार व्यापक स्तर पर है। भारत जितना अमेरिका को एक्सपोर्ट करेगा, चीन से उतना ही उसे इंपोर्ट करना पड़ेगा। अगर अमेरिका और भारत को अपने आर्थिक और व्यापारिक सहयोगों को बढ़ाना है तो उन्हें उनके बीच की समस्याओं को दूर करने पर ध्यान देना होगा। न कि चीन को टारगेट करने पर।’
अमेरिका के स्वार्थी खेल में न फंसे भारत
चीन के मुखपत्र के मुताबिक,भारत को अपने हितों के अनुरूप अनुकूल आर्थिक और व्यापारिक नीतियों को चुनने का अधिकार है, लेकिन उसे चीन को रोकने के लिए अमेरिका के लापरवाह और स्वार्थी खेल में शामिल नहीं होना चाहिए।
जान लें कि इससे पहले पीएम मोदी ने भी यूएस रवाना होने से पहले चीन को चेतावनी दी थी। पीएम मोदी ने कहा था कि है कि चीन को समझना चाहिए कि भारत की प्राथमिकता हमेशा शांति रही है, लेकिन इसके साथ भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास करते हैं, न कि युद्ध में।