चीन भारत के साथ बनाना चाहता है भाई-बहन वाला नाता!

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नई दिल्ली। चीन के तेवर इन दिनों बदले-बदले से लग रहे हैं। हर वक्त भारत को लेकर नापाक साजिशें रचने वाला चीन अब दोस्ती के राग अलाप रहा है। LAC विवाद से लेकर अकसर बॉर्डर के पास गांव बसाने जैसी हरकतें चीन करता ही रहता है। लेकिन अब चीन ने कहा है कि वह भारत के साथ काम करना चाहता है।

ये बात किसी और ने नहीं बल्कि चीन के महावाणिज्य दूतावास के राजनयिक कोंग शियानहुआ ने कही है। महाराष्ट्र के मुंबई में उन्होंने कहा कि उनका देश दोनों पड़ोसी देशों के लोगों के बीच की खाई को पाटने के लिए भारत के साथ काम करने को तैयार है। कोंग ने चीन और जापान के बीच हुई जंग में भारत की तरफ से दी गई मदद को भी याद दिलाया।

चीनी नाविक को बचाने के लिए किया धन्यवाद
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, वरिष्ठ राजनयिक ने गुरुवार को भारतीय तटरक्षक मुख्यालय (पश्चिम) का दौरा किया और पिछले दो वर्षों में चीनी नाविकों को बचाने के लिए उनका आभार जताया।

कोंग ने भारतीय तटरक्षक बल (पश्चिम) के कमांडर महानिरीक्षक भीष्म शर्मा से मुलाकात के दौरान कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर दोनों देशों के लोगों के बीच की खाई को पाटने और दोस्ती को मजबूत करने के लिए काम करने को तैयार है। उन्होंने कहा, ”…हमारे देशों के लोग भाई-बहन की तरह साथ-साथ चलेंगे।”

बयान में बताया गया कि भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने 24 जुलाई को गंभीर रूप से घायल हुए एक चीनी नाविक को बाहर निकाला था। उसके शरीर से बहुत ज्यादा खून बह रहा था।

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भारत ने की थी मदद
कोंग ने कहा, ‘भारतीय तटरक्षक बल ने इस आपात चिकित्सा स्थिति पर कार्रवाई की। बचाव दल ने तेज हवा और ऊंची लहरों से मुकाबला करते हुए उसे अस्पताल पहुंचाया। भारतीय तटरक्षक बल के त्वरित बचाव और पेशेवर इलाज के कारण नाविक बहुत अच्छी तरह से ठीक हो गया है और वह पहले ही चीन वापस जा चुका है।’

बयान के अनुसार, कोंग ने आईजी शर्मा से कहा, ‘आज मैं मुंबई स्थित चीनी महावाणिज्य दूतावास की ओर से आपके और सभी अधिकारियों के प्रति हार्दिक आभार जताने और भारतीय तटरक्षक बल का शुक्रिया अदा करने के लिए यहां आया हूं।’


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