बंद कमरा,खिड़कियों पर पर्दे और 90 मिनट की वीडियो कॉल…बाल-बाल बची महिला पत्रकार की आपबीती

बंद कमरा,खिड़कियों पर पर्दे और 90 मिनट की वीडियो कॉल…बाल-बाल बची महिला पत्रकार की आपबीती
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली। 5 अक्टूबर 2024 को दोपहर लगभग 12:15 बजे का वक्त था। जब एक बड़े मीडिया संस्थान में काम करने वालीं ऋचा मिश्रा के मोबाइल की घंटी बजी। मोबाइल उठाकर देखा तो +00918380889795 नंबर से कॉल आ रही थी। फोन उठाते ही दूसरी तरफ से एक रिकॉर्डेड आवाज आई, ‘यह कॉल फेडेक्स कूरियर कंपनी से है। अपने कूरियर की डिटेल जानने के लिए 1 दबाएं। ट्रैकिंग अपडेट के लिए 2 दबाएं।’ ऋचा थोड़ा हैरान हुईं, लेकिन फिर सोचा कि शायद ये कुछ दिन पहले अमेजन से किए गए उनके ऑर्डर के बारे में होगा।

ऋचा ने 1 नंबर दबा दिया। यही उनकी पहली गलती थी और इसके बाद एक के बाद एक गलतियां होती गईं। उस नंबर को दबाते ही मुसीबत शुरू हो गई। जैसे ही उन्होंने नंबर दबाया, एक आवाज आई, ‘मैं फेडेक्स कूरियर कंपनी से करण वर्मा बोल रहा हूं। मैं आपकी क्या सहायता कर सकता हूं?’ ऋचा ने जवाब दिया, ‘सर, मुझे एक कॉल आई है। मैंने कोई कूरियर नहीं भेजा है, लेकिन अगर किसी ने मुझे कोई कूरियर भेजा है, तो प्लीज मुझे डिटेल बता दीजिए।’

करण वर्मा ने उन्हें होल्ड पर रखा और थोड़ी देर बाद कहा, ‘मैडम, आपने एक कूरियर भेजा है।’ ऋचा ने कहा, ‘मैंने कोई कूरियर नहीं भेजा। फर्जी कॉल करना बंद करो।’ इस उसने जवाब दिया, ‘मैडम, आपका कूरियर मुंबई एयरपोर्ट पर जब्त कर लिया गया है।’ ऋचा हंसीं और बोली, ‘सर, जब मैंने कोई कूरियर भेजा ही नहीं, तो जब्त कैसे हो सकता है।’

करण वर्मा ने थोड़ा गंभीर लहजे में कहा, ‘आपका कूरियर मुंबई से ताइवान भेजा जा रहा था। इसमें संदिग्ध सामान मिला है, इसलिए इसे जब्त कर लिया गया। आपका आधार कार्ड भी इसमें जुड़ा हुआ है। सबकुछ चेक करने के बाद ही यह कॉल किया गया है। मैं समझ सकता हूं कि आपने इसे नहीं भेजा होगा, लेकिन ऐसा लगता है कि आपके आधार कार्ड का नाजायज इस्तेमाल हुआ है। आपको इसकी शिकायत दर्ज करानी चाहिए।’

आपको मुंबई पुलिस से बात करनी होगी…
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस तरह से उस शख्स ने गंभीर होकर कहा, ऋचा थोड़ा डर गईं। उन्हें विश्वास होने लगा कि कुछ गड़बड़ है। उन्होंने उससे पूछा, ‘तो मुझे क्या करना चाहिए?’ उसने जवाब दिया, ‘आपकी पूरी कॉल रिकॉर्ड की जा रही है। बीप के बाद, आपको बोलना होगा कि आपका इस कूरियर से कोई लेना-देना नहीं है। हम यह रिकॉर्डिंग मुंबई पुलिस को भेज देंगे।’

ऋचा ने वैसा ही किया। उन्हें लगा कि बात खत्म हो गई, लेकिन तभी करण वर्मा ने कहा कि आपको मुंबई पुलिस से भी बात करनी होगी। हमें उनकी तरफ से इस मामले में एक लेटर चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करती हैं तो आगे चलकर आपको बहुत ज्यादा दिक्कत हो सकती है। अब ऋचा ने पूछ लिया कि आखिर उस कूरियर में ऐसा क्या सामान है?

इसे भी पढ़े   कर्ज देने वाले अवैध Apps के खिलाफ 2500 शिकायतें

5 पासपोर्ट, 3 बैंक क्रेडिट कार्ड और…
करण वर्मा ने कहा, ‘मैडम, मैं आपका कॉल मुंबई पुलिस को ट्रांसफर कर रहा हूं। आप अपनी शिकायत उनसे दर्ज करा सकती हैं। कृपया कूरियर की डिटेल लिख लीजिए।’ डिटेल में उसने बताया कि कूरियर पैकेट के अंदर 5 पासपोर्ट, 3 बैंक क्रेडिट कार्ड, 4 किलो कपड़ा, 1 एचपी लैपटॉप और 200 ग्राम MDMA है। ऋचा ने कहा कि इनमें से कोई भी क्रेडिट कार्ड उनका नहीं है और ना ही वो ताइवान में किसी को जानती है।

साथ ही उन्होंने पूछा कि ये MDMA क्या है? अब करण के जवाब ने ऋचा को हिलाकर रख दिया। उसने कहा कि ये ड्रग्स है मैडम। इसीलिए हमने आपसे संपर्क किया। हो सकता है आपका आधार कार्ड गलत हाथों में पड़ गया हो। ड्रग्स का नाम सुनकर ऋचा डर चुकी थीं। उन्होंने कहा, ‘प्लीज कॉल ट्रांसफर कर दीजिए, मैं मुंबई पुलिस से बात करूंगी।’

नाम,आधार सब तुम्हारा,कौन भरोसा करेगा…
कुछ देर बाद कॉल जिस जगह ट्रांसफर हुआ, वहां बैकग्राउंड से ऐसी आवाजें आ रही थीं, जैसे पुलिस का कोई कंट्रोल रूम हो। फोन पर एक भारी आवाज आई, ‘मैं मुंबई पुलिस से विनय कुमार चौधरी बोल रहा हूं। बताइए, क्या बात है?’ ऋचा ने फेडेक्स कॉल के बारे में बताया और हेल्प मांगी। विनय ने ऋचा का नाम और आधार नंबर पूछा। थोड़ी देर होल्ड पर रखने के बाद उसका लहजा बदल गया।

ऋचा से अब इस तरह पूछताछ की जाने लगी, जैसे उन्होंने कोई बड़ा क्राइम किया हो। ‘तुमने यह कूरियर भेजा है। क्या तुम ड्रग्स की तस्करी करती हो?’ ऋचा ने बताया कि वो ड्रग्स या इस कूरियर के बारे में कुछ नहीं जानती। वो दिल्ली में रहती हैं, तो मुंबई से कूरियर कैसे भेज सकती हैं। इसपर विनय ने कहा, ‘तुम्हारी बात पर कौन विश्वास करेगा? नाम और आधार नंबर तुम्हारा है। अगर तुमने कुछ नहीं किया है तो फिर अपनी शिकायत दर्ज कराओ।’

बढ़ता गया ऋचा का डर
उसने आगे कहा कि शिकायत दर्ज कराने के लिए ऋचा को मुंबई पुलिस के दफ्तर आना होगा। जब ऋचा ने कहा कि वो मुंबई नहीं आ सकतीं तो उसने कहा कि वीडियो कॉल के जरिए भी शिकायत दर्ज हो सकती है। अपने फोन में स्काइप डाउनलोड करो। कॉल के बीच में ही उन्होंने स्काइप डाउनलोड कर लिया। अब विनय ने पूछा कि तुम वाई-फाई इस्तेमाल करती हो या मोबाइल डेटा?

ऋचा ने बताया कि उसके यहां वाई-फाई है। विनय ने अब कहा कि फोन का डेटा बंद कर लो और मोबाइल को फ्लाइट मोड पर रख दो। अगर कोई कॉल के बीच में आता है, तो आपके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। ऋचा का डर बढ़ता जा रहा था। इसके बाद विनय ने पूछा कि घर में उनके अलावा इस वक्त कौन कौन है? ऋचा ने बताया कि इस वक्त वो अकेली हैं।

इसे भी पढ़े   Women's Reservation Bill की मांग को लेकर BRS नेता के. कविता ने रखी एक दिन की भूख हड़ताल

वीडियो कॉल की कहानी
विनय ने वीडियो कॉल पर ही उनका पूरा घर चेक किया। कमरे का दरवाजा बंद कराया और खिड़कियों पर पर्दे गिराने को कहा। साथ ही कहा कि फोन को चार्जिंग पर लगा लो। ऋचा के पास सोचने या कुछ पूछने का भी मौका नहीं था। एक रोबोट की तरह वो हर आदेश को मानती जा रही थीं। अब उसने स्क्रीन पर दिख रहे मुंबई 911 पर क्लिक करने को कहा। सामने नीले रंग की ड्रेस पहने एक शख्स खड़ा था।

उस शख्स ने अपना नाम विनय कुमार चौधरी बताया। विनय ने कहा कि अब तुम्हारा बयान रिकॉर्ड किया जाएगा। डिटेल लेते समय जैसे ही एमडीएमए का नाम आया, विनय ने एक बार फिर ड्रग्स का जिक्र कर ऋचा को डरा दिया। उसने कहा कि तुम झूठ बोल रही हो। अभी सारी यूनिट्स में तुम्हारी डिटेल भेजी गई है, जिसकी रिपोर्ट थोड़ी देर में मिल जाएगी। हमें पता चल जाएगा कि तुमने क्या किया है।

ऋचा के नाम का वारंट भी भेज दिया
अचानक कैमरा अचानक बंद हो गया। कुछ देर बाद एक आवाज आई, ‘तुम्हारे बारे में गंभीर जानकारी मिली है। मुझे ये रिपोर्ट अपने सीनियर अधिकारियों को दिखानी होगी। लाइन पर बने रहो और हिलना मत। हर 10 सेकंड में तुम्हें कहना होगा, ‘मैं यहीं हूं, सर’।’दो मिनट बाद, लाइन पर एक नई आवाज आई, ‘तुम्हारे खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है। तुमने पंजपति सैयद के साथ मिलकर 2 करोड़ रुपये का गबन किया है।’

इसके बाद ऋचा से उनकी बैंक डिटेल, घर में रखा कैश और ज्वेलरी को लेकर सवाल पूछे गए। कुछ देर बाद उन्हें चार लोगों के फोटो लगा एक डॉक्यूमेंट दिखाया गया, जिनमें दो लोग गिरफ्तार थे। ऋचा कुछ समझ पाती, उससे पहले ही उनके नाम पर जारी हुआ अरेस्ट वारंट भी स्काइप पर भेज दिया गया। महज कुछ ही मिनटों के इस खेल में ऋचा एक पत्रकार से क्रिमिनल बन गईं।

तुम्हारे परिवार को भी खतरा है…
ऋचा की आंखों में आंसू थे, लेकिन सामने से अभी भी आवाज गुस्से में भरी हुई आ रही थी। अचानक सामने से बात कर रहे शख्स का लहजा नरम पड़ गया। उसने कहा, ‘तुम अगर निर्दोष हो तो पुलिस के साथ सहयोग करो। इस पूरे मामले की जांच में सात दिन लगेंगे। हो सकता है कि तुमने किसी कैफे में अपना आधार कार्ड दिया हो। क्या तुम्हें किसी पर शक है?’

इसे भी पढ़े   गंगा में नहाते वक्त चार युवक डूबे

ऋचा ने इन सारी बातों से इनकार कर दिया। अब विनय ने कहा, ‘यह करोड़ों का घोटाला है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और तुम्हारा नाम इसमें शामिल है। तुम्हारे परिवार को भी इसमें खतरा है। ये लोग तुम्हारे परिवार पर नजर रखे हुए हैं। हमारे पास तुम्हारे घर और ऑफिस की पूरी जानकारी है। अगर तुमने इस मामले के बारे में किसी को कुछ भी बताया, तो दो साल के लिए जेल चली जाओगी।’

तुम्हारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं…
ऋचा का दिमाग सुन्न हो चुका था। ऐसा लग रहा था कि सबकुछ असली है। इस बीच विनय ने कहा कि तुम्हारे फोन पर एक फॉर्मेट भेजा गया है, जिसमें नाम, एंड्रेस और बाकी डिटेल हैं। तुम्हारे सभी बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। न तो तुम कोई पैसा खर्च कर सकती हो, न ही कोई पैसा निकाला जा सकता है। हमें तुम्हारी हर हरकत का पता है।

करीब 1 घंटे 30 मिनट की इस वीडियो कॉल के बाद, उन्हें फोन काटने के लिए कहा गया। ऋचा ने एक रोबोट की तरह फोन रख दिया। कॉल तो खत्म हो गई, लेकिन उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे किसी मेंटल जैमर ने उनका दिमाग जाम कर दिया है। किसी तरह, उन्हें लगा कि जब सब कुछ खोने की कगार पर है, तो उन्हें कम से कम किसी को तो बताना चाहिए। हालांकि, अंदर एक डर था कि कहीं उनकी कॉल ट्रेस ना हो जाए।

खुल गया पूरा फर्जीवाड़ा
डर से भरे उसी माहौल में ऋचा ने अपने एक रिश्तेदार को वीडियो कॉल पर पूरी बात बताई। वह चौंक गया, उसने बताया कि यह सब फेक है। लेकिन, ऋचा का मन मानने को तैयार नहीं था। अपने रिश्तेदार की सलाह पर उन्होंने साइबर क्राइम यूनिट को फोन किया और वहां से उन्हें लिखित रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा गया। इसके बाद ऋचा ने अपने ऑफिस के एक सीनियर को फोन किया। उन्होंने भी बताया कि ये एक स्कैम है।

ऋचा ने इसके बाद 112 नंबर पर कॉल किया और जल्द ही पुलिस उनके पास पहुंच गई। पुलिस ने बताया कि ये एक फर्जीवाड़ा है और आप पुलिस स्टेशन जाकर अपनी रिपोर्ट दर्ज करा दीजिए। ऋचा का पूरा दिन डर में बीता। अगले दिन ऋचा को फिर उसी नंबर से कॉल आई, लेकिन अब वो पूरा खेल समझ चुकी थीं। मामले में फेडेक्स की तरफ से भी बयान आया और उन्होंने ऐसे मामलों में सतर्कता बरतने के लिए कहा।


ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *