पुलिसकर्मियों के फर्जी हस्ताक्षर से की गई सेक्स रैकेट संचालन की शिकायत — कर्मियों ने सामने आकर बयां की सच्चाई तो लोग रह गए दंग
पुलिसकर्मियों के फर्जी हस्ताक्षर से की गई सेक्स रैकेट संचालन की शिकायत
— कर्मियों ने सामने आकर बयां की सच्चाई तो लोग रह गए दंग
सोनभद्र [ जनवार्ता ]। जिले के थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों की पत्नियों पर अपने पति के रसूख और पुलिस लाइन में निवास का इस्तेमाल कर मादक पदार्थों की तस्करी तथा सेक्स रैकेट के संचालन के लगाए गए आरोपों में एक बडा मोड़ मंगलवार की दोपहर सामने आया । एसपी डा. यशवीर सिंह की तरफ से जंचवाई गई सच्चाई में जहां आरोप झूठे और मनगढं़त पाए गए हैं। वहीं भेजे गए शिकायती पत्र में जिन पुलिसकर्मियों के नाम दर्शाए गए हैं, उनकी तरफ से सामने आकर बयां की गई सच्चाई ने हर किसी को दंग कर दिया है।
— यह है पूरा माजरा, ऐसे सच आया सामने:
ममले को लेकर की गई तहकीकात में सामने आया कि कोई व्यक्ति पिछले कई बार से कथित पुलिसकर्मियों की पत्नियों का नाम लेकर कभी सेक्स रैकेट तो कभी मादक पदार्थों की तस्करी का झूठा आरोप लगाते हुए शिकायत कर रहा है। गत अक्टूबर माह में अज्ञात व्यक्ति के नाम से शिकायत की गई थी, जिसकी प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन ने जांच कर, एसपी को रिपोर्ट सौंपी थी और आरोपों को पूरी तरह गलत बताया था। इस बार एक इंस्पेक्टर सहित 17 पुलिसकर्मियों का नाम लिखकर और उनके फर्जी हस्ताक्षर कर एसपी, डीआईजी सहित अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायत भेजी गई। शिकायत भेजे जाने का मामला जब सामने आया तो हड़कंप मच गया। एसपी डा. यशवीर सिंह ने जहां सीओ पुलिस लाइन से इसको लेकर पूरा ब्यौरा तलब कर लिया। वहीं लगाए गए सनसनीखेज आरोप जब मीडिया की सुर्खियां बने तो कथित पुलिसकर्मी, जिनका नाम लेकर शिकायत भेजी गई थी, सामने आ गए।
एसपी बोले: संबंधित कर्मियों ने शिकायत झूठी और मनगढ़ंत होने की दी जानकारीः पुलिस लाइन में मामले को लेकर मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए एसपी डा. यशवीर सिंह ने बताया कि शिकायत में जिन पुलिसकर्मियों के नाम और हस्ताक्षर दिखाए गए हैं, वह फर्जी हैं। जिनको शिकायत कर्ता बताया गया है, वह सब उनके साथ मौजूद हैं। उनका कहना है कि न तो उन्होंने कोई शिकायत की है है, न ही ऐसा कोई कृत्य पुलिस लाइन में किया जाता है। इस मसले को लेकर गत 21 अक्टूबर को एक अज्ञात व्यक्ति ने शिकायत की थी। प्रतिसात निरीक्षक से कराए गए जांच में सभी आरोप झूठे पाए गए थे।
– गलत आरोप लगाने वाले पर की जाएगी वैधानिक कार्रवाईः एसपी
एसपी डा. यशवीर सिंह ने बताया कि शिकायत में जिन पुलिसकर्मियों के नाम अंकित किए गए हैं, उन्होंने ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। जिसने भी इनके नाम से, इनके हस्ताक्षर का दुरूपयोग करके, प्रतिरूपण करके, इस तरह का कृत्य किया है, उसके खिलाफ वैधाानिक कार्रवाई की जाएगी।