चीन की सिलीगुड़ी में घुसने की साजिश,सरकार टिकटॉक बैन करके खुशी मना रही-ओवैसी
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर स्थिति को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इस कड़ी में एआईएआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार की राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठाया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चीन के मामले में हमारी सेना मजबूत है लेकिन सरकार काफी कमजोर है।
ओवैसी ने कहा,’चीन लगातार हमारी सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा है,लेकिन हमारी सरकार चीन से व्यापार बढ़ाने में लगी है। वो चीन का नाम तक लेना नहीं चाहती। सीमा पर सरकार ने बफर जोन बनाया जिसकी वजह सेना पेट्रोलिंग नहीं कर पा रही है। चीन हमारी जमीन पर कब्जा करता जाएगा और सरकार देश को कहेगी कि कुछ हो ही नहीं रहा। ये कैसी राष्ट्रभक्ति है?’
‘सरकार ने देश से झूठ बोला’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,’गलवान घटनाक्रम के बाद भी सरकार ने देश से झूठ बोला कि न कोई घुसा है न कोई घुसेगा। तो फिर 15 राउंड की बातचीत किस मुद्दे पर हुई। चीनी सेना डेपसांग और डेपचोंग में बैठी हुई है,वो अरुणाचल में पुल बना रही है जिससे आने वाले समय में खतरा हो सकता है।’
उन्होंने कहा कि सीमा पर जवान शहीद होते हैं तो कार्रवाई के नाम पर सरकार सिर्फ टिकटॉक को बैन करने का काम करती है। अगर सरकार के पास चीन को लेकर अपनी चुप रहने की नीति के पीछे कोई ठोस वजह है तो वो बात क्यों हीं करती। सरकार संसद में बहस से क्यों भाग रही है?
कांग्रेस ने भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भारत-चीन सीमा की स्थिति पर संसद में चर्चा करने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर बात करने से भाग रही है। इस मुद्दे पर पीएम मोदी संसद में जवाब देना चाहिए। पार्टी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो चीन का नाम तक नहीं लेते लेकिन क्यों?
कांग्रेस महासचिव जय राम रमेश ने कहा,‘लोकसभा और राज्यसभा में चीन मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए, ना कि रक्षा मंत्री, या विदेश मंत्री को। इससे पहले भी कई पूर्व प्रधानमंत्रियों ने संसद में जवाब दिया है। वह (मोदी) पहले प्रधानमंत्री हैं जो ‘चर्चा से भाग रहे’ हैं।’