भारत में एक और खतरनाक बीमारी की एंट्री! अमेरिका में सरकारी अधिकारियों पर बरपा चुका है कहर

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नई दिल्ली। दुनिया कोरोना वायरस से अभी ठीक से उबर भी नहीं पाई है और देश में एक और बड़ी बीमारी का खतरा मंडराने लगा है। बता दें कि अमेरिका के कई अधिकारियों को पहले ही ये बीमारी परेशान कर चुकी है। ऐसे में कई लोगों को चिंता सता रही है कि ये बीमारी भारत में भी फैल सकती है।

हवाना सिंड्रोम नाम की इस बीमारी को लेकर केंद्र सरकार के अधिकारियों ने कर्नाटक हाई कोर्ट में कहा है कि भारत सरकार देश में इस बीमारी के अस्तित्व को खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। आपको बता दें कि बेंगलुरु के रहने वाले एक नागरिक ए अमरनाथ चागु ने भारत में इस बीमारी की जांच के लिए गुहार लगाई है। इसको लेकर सरकार के प्रतिनिधि ने कहा है कि तीन महीने में इसकी जांच अदालत में सौंपी जाएगी।

क्या है हवाना सिंड्रोम?
भारत में क्यों हो रही इस बीमारी को लेकर चिंता?
क्या है इस बीमारी के लक्षण?

क्या है हवाना सिंड्रोम?
हवाना सिंड्रोम के कारण वैश्विक स्तर पर अमेरिकी खुफिया और दूतावास कर्मियों ने मनोवैज्ञानिक लक्षण महसूस किए। इनमें चक्कर आना, मतली, सिरदर्द,मेमरी लॉस और संतुलन में व्यवधान शामिल हैं।

जान लें कि इस बीमारी पहला मामला साल 2016 में आया था। जब अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों में इस बीमारी का पता लगा तो पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया था। सबसे पहले क्यूबा के हवाना में इस बीमारी का पता लगा था, इसलिए इस बीमारी को हवाना सिंड्रोम का नाम दिया गया। बताया जाता है कि इस बीमारी के बारे में जानकारी मिलने के बाद भी इससे पीड़ित होने के कारणों का अभी तक पता नहीं लग पाया है।

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दिल्ली दौरे पर अमेरिकी अधिकारी हुए थे पीड़ित
इस सिंड्रोम से अभी तक कई अमेरिकी अधिकारी पीड़ित हो चुके हैं। साल 2021 में भी दिल्ली दौरे के दौरान सीआईए डायरेक्टर विलियम बर्न्स में इस बीमारी के लक्षण मिले थे। ऐसे में भारत में भी इस बीमारी के फैलने का डर सताने लगा है। आपको बता दें कि कई मामलों में पीड़ित का ब्रेन डेमेज भी हो जाता है।

इतना ही नहीं, 7 सालों से जांच करने के बावजूद इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज भी नहीं मिल पाया है। रिसर्चर इस जटिल और हैरान करने वाली स्थिति के मूल कारणों और संभावित उपचारों को समझने की कोशिश कर रहे हैं।


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