फर्जी इंस्पेक्टर गिरफ्तार:महिला होमगार्ड बनाने का करता था दावा

फर्जी इंस्पेक्टर गिरफ्तार:महिला होमगार्ड बनाने का करता था दावा
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लखनऊ। लखनऊ में बेरोजगार युवतियों को महिला होमगार्ड के तौर पर भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले एक फर्जी इंस्पेक्टर नाका पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी महिलाओं और उनके परिजनों को नौकरी दिलाने के नाम पर बातों में फंसाकर पैसा लेता था। नाका पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर यह कार्रवाई की है।

वर्दी का रौब दिखा सरकारी नौकरी दिलाने का करता था दावा
नाका इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि चौक निवासी दो युवतियों के परिजनों ने नौकरी के नाम पर ठगी की शिकायत की थी। जिसके आधार पर देवरिया के भटनी हरैया निवासी जमीन अहमद को गिरफ्तार किया गया है।

वह इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था। उसने अपनी विभाग में पहुंच की बात कह उनकी होमगार्ड में भर्ती कराने का दावा किया था। जमील के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच की जा रही है।

महिला मित्र के साथ करता था ठगी, कई को बनाया शिकार
चौक अकबरी गेट निवासी मो. फरीद नाका स्थित एक क्लीनिक पर काम करते हैं। मो. फरीद का आरोप है कि जमील पांच सितंबर को क्लीन पर पत्नी अमरीन सुल्ताना के साथ आया था। जहां खुद को इंस्पेक्टर बताते हुए बहनों की होमगार्ड की नौकरी दिलाने का दावा किया।

उसकी बात में आकर चारबाग मेट्रो स्टेशन के पास 85 हजार रुपए नकद दिए। 23 सितंबर को दोनों बहनों को बलरामपुर अस्पताल मेडिकल कराने पहुंचा। जहां मदेयगंज की दो युवतियां और आई थी। जिनसे रानी नाम की महिला ने 40 हजार रुपए लिए थे। जहां मेडिकल के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति हुई।

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गोरखपुर में होगी ट्रेनिंग, ट्रेन के भेजे टिकट
फर्जी इंस्पेक्टर ने युवतियों को होम गार्ड की ट्रेनिंग के लिए गोरखपुर चलने की बात कही। इसके लिए सबको 29 सिंतबर का ट्रेन का टिकट भी भेजा। युवतियों का आरोप है कि परिजनों के साथ न जाकर अकेले चलने और सही पता न बताने पर शक हुआ। जिसके बाद थाने पर शिकायत की गई।

महिलाओं की खरीद-फरोख्त से जुड़े होने की आशंका, जांच
पीड़ित लोगों का आरोप है कि जमीन महिला साथी के साथ महिलाओं को ही शिकार बनाते थे। इससे आशंका है कि यह लोग ट्रेनिंग के नाम पर युवतियों को दूसरे जिलों में बुलाते हैं। जहां गिरोह के अन्य सदस्यों की मदद से उनको नौकरी के नाम पर गलत काम में जोड़ने की कोशिश करते होंगे।

इसलिए वह परिजनों को ट्रेनिंग सेंटर साथ नहीं ले जा रहा था। इंस्पेक्टर नाका प्रदीप कुमार ने बताया कि परिजनों के आरोपों के आधार पर हर बिंदु पर जांच की जा रही है। आरोपी महिला की तलाश में दबिश दी जा है।


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