राहुल-सुशील मोदी के वकीलों में जमकर बहस,पटना में कांग्रेस नेता की पेशी

राहुल-सुशील मोदी के वकीलों में जमकर बहस,पटना में कांग्रेस नेता की पेशी
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नई दिल्ली। मोदी सरनेम मामले में आज राहुल गांधी के वकील और सुशील मोदी के वकील के बीच पटना सिविल कोर्ट में जमकर बहस हुई। राहुल गांधी के वकील ने कोर्ट से 25 अप्रैल को हाजिर होने का समय मांगा। इसपर कोर्ट ने हामी भर दी है। अब कांग्रेस नेता 25 अप्रैल को पटना के सिविल कोर्ट में स्थित एमपी एमएलए कोर्ट में हाजिर होंगे।

राहुल गांधी के वकील अंशुल ने बताया कि आज हमने कोर्ट के सामने यह पक्ष रखा है कि कल केरल में कोर्ट में पेश होना है इसीलिए उन्हें छूट दी जाए। सुनवाई के दौरान दोनों तरफ से बहस होने के बाद आखिरकार कोर्ट ने राहुल गांधी को 25 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने और अपना बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

इसी कड़ी में सुशील मोदी के वकील एचडी संजय ने कहा कि अगर राहुल गांधी 25 अप्रैल को नहीं आएंगे तो उनका बेल कैंसिलेशन होगा। सुशील मोदी के वकील के अनुसार राहुल को 25 अप्रैल को यहां आकर अपना बयान दर्ज कराना ही होगा। अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो कोर्ट उनकी बेल कैंसिल करेगा। उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल को राहुल गांधी को किसी हालत में कोर्ट में आकर अपना बयान दर्ज कराना होगा।

क्या है पूरा मामला?
BJP नेता सुशील मोदी ने 2019 में राहुल गांधी के खिलाफ मोदी सरनेम के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने मोदी समुदाय को चोर कहकर अपमानित किया। राहुल गांधी इस मामले में राहुल गांधी ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया। फिर बाद में उन्हें जमानत भी मिल गई।

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इसी मामले में गुजरात के सूरत कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा 15 हजार मुचलके के साथ सुनाई थी। इसके बाद उनकी सासंदी भी खत्म हो गई। राहुल गांधी के इस विवाद में अमेरिका ने भी एंट्री ले ली। प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कानून के शासन और न्यायिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान किसी भी लोकतंत्र की आधारशिला है। हम भारतीय अदालत में गांधी के मामले को देख रहे हैं और हम भारत सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति साझा प्रतिबद्धता। भारतीय पार्टनर्स के साथ हमारे जुड़ाव में हम लोकतांत्रिक सिद्धांतों के महत्व और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित मानवाधिकारों की सुरक्षा को उजागर करना जारी रखते हैं, जो हमारे दोनों लोकतंत्रों को मजबूत करने की कुंजी है।”

इसपर कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने अमेरिका को हिदायत देते हुए कहा है, “दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत है। यहां की सभी संवैधानिक संस्था स्वतंत्र रुप से काम कर रही है। भारत को किसी से सीख लेने की जरुरत नहीं है। अमेरिका भारत के आंतरिक मामलों में दखल ना दे।”


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