गाजियाबाद में पढ़ाई से बचने के लिए दोस्त का मर्डर
गाजियाबाद, हत्या की वारदात के पीछे पुरानी रंजिश, बदले की भावना या हिंसक हमले में बचाव जैसे कारण होते हैं। लेकिन मसूरी थाना क्षेत्र में दसवीं के छात्र ने अपने दोस्त छठी कक्षा के छात्र की सिर्फ इस वजह से गला दबाकर हत्या कर दी कि वह स्कूल नहीं जाना चाहता था।
छात्र का शव सोमवार शाम दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) के पास पड़ा मिला। पुलिस ने आरोपित छात्र को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। मसूरी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक श्रमिक का 13 वर्षीय पुत्र छठी कक्षा का छात्र था।
श्रमिक के पड़ोस में 10वीं कक्षा का एक छात्र रहता था। दोनों दोस्त थे। सोमवार शाम करीब चार बजे 10वीं का छात्र अपने साथ छठी कक्षा के छात्र को खेलने के लिए ले गया। डीएमई के पास ले जाकर उसने अपने दोस्त का गला दबा दिया। उसके बेहोश होने पर वह मौके से भाग निकला।
स्थानीय लोगों ने बेहोशी हालत में छठी कक्षा के छात्र को पड़ा देखकर डासना के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देर शाम पुलिस ने आरोपित 10वीं के छात्र को पकड़ लिया और पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता जबरन स्कूल भेजते हैं। वह पढ़ना नहीं चाहता है। इसलिए उसने दोस्त की हत्या कर दी। उसे पता था कि हत्या के बाद उसे जेल हो जाएगी और पढ़ाई से छुटकारा मिल जाएगा। एसपी देहात डा. ईरज राजा का कहना है कि आरोपित छात्र को पकड़ लिया गया है। आारोपित को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा।
मृतक छात्र के पिता मूलरूप से पिलखुआ के रहने वाले हैं। वह कुछ समय पूर्व ही मसूरी थाना क्षेत्र की एक कालोनी रहने के लिए आए थे। पुलिस ने बताया कि छात्र से आरोपित ने तीन सप्ताह पहले ही दोस्ती बढाई थी और दोनों साथ-साथ ही घूमते थे। छात्र आरोपित को अपना अच्छा दोस्त मानने लगा था।
पुलिस के मुताबिक आरोपित ने पूर्व में ही छात्र की हत्या की साजिश रच ली थी। वह काफी समय से स्कूल जाने से बचने के लिए साजिश रच रहा था। छात्र की कद-काठी कमजोर होने का उसने फायदा उठाया और उसे अपने निशाने पर रखा। इसके चलते ही उसने छात्र से दोस्ती बढ़ाई थी।
10वीं के छात्र द्वारा की गई इस घटना के बाद स्वजन और पड़ोसी सभी स्तब्ध हैं। बता दें कि आरोपित छात्र शरारती था, यह तो सब जानते थे, लेकिन वह इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे देगा, यह कभी किसी ने सोचा भी नहीं था। अभी तक लोग छात्र को चंचल बुद्धि का मानते थे लेकिन किसी इस बात का अंदेशा नहीं था कि वह अपने दोस्त की ही हत्या कर देगा, वह भी इतनी सी बात के लिए