बेटे के सामने बेटी का घोंटा गला,वो तड़पती रही…हैवान बाप ने कर दी सारी हदें!
पटना। पिता क्या होता है? किसी बच्ची के लिए पिता सम्मान होता है। साहस होता है। स्वाभिमान होता है। कभी उंगली पकड़कर चलना सिखाता है तो कभी कंधे पर बैठाकर गली चौबारे घुमाता है। कभी विश्वास है तो कभी मार्गदर्शक है पिता। लेकिन, यहां जो हैवानियत देखने को मिली, उसने पिता की सारी परिभाषा ही बदलकर रख दी। जी हां, पूर्वी चंपारण के एक छोटे से गांव मुरला में कुछ ऐसा हुआ, जिसने न केवल एक बेटी का कत्ल किया, बल्कि उन तमाम विश्वासों की बली चढ़ा दी, जो हर बच्चे को पिता से होती है।
18 मई 2024 की शाम थी। एक घर के अंदर से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आती हैं। शोर सुनकर पड़ोस के कुछ लोग बाहर निकलते हैं और उस घर के बाहर जमा हो जाते हैं। पूछने पर पता चलता है कि शराब की वजह से घर के अंदर मियां-बीवी के बीच झगड़ा हो रहा है। लोग कुछ देर रुकते हैं और फिर वापस अपने घरों में चले जाते हैं। थोड़ी देर बाद ही उस घर से एक महिला चिल्लाते हुए बाहर निकलती है और कुछ मकान छोड़कर पड़ोस के एक घर में घुस जाती है। तब तक अंधेरा ढलने लगता है और लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर सोने चले जाते हैं।
कमरे में फर्श खोदकर निकाली गई लाश
कमरे के बीचोंबीच फर्श खुदा था और गड्ढे के अंदर से एक लाश निकाली गई थी। ये लाश किसी और की नहीं, बल्कि परिवार की बेटी रानी की थी। पास ही बैठी उसकी मां फूट-फूटकर रो रही थी। छोटा भाई बिलख रहा था। पुलिस पंचनामा करती है और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा देती है। मौके पर मौजूद लोग हैरानी भरी नजरों से देख रहे थे। हर किसी के चेहरे पर एक सवाल था। आखिर घर के अंदर बीती रात क्या हुआ था? वो महिला घर से निकलकर क्यों भागी थी? रानी का इस तरह बेरहमी से कत्ल कर उसे कमरे के अंदर किसने गाड़ा? पुलिस को कैसे पता चला कि कमरे में फर्श के नीचे लाश गड़ी है। सवाल बहुत थे और जब इन सवालों से पर्दा हटता है,तो सामने आती है वो कहानी, जिसे सुनकर शायद आपकी भी रूह कांप जाए।
आखिर क्या थी ये पूरी कहानी?
होश उड़ा देने वाली ये वारदात बिहार में पूर्वी चंपारण के एक छोटे से गांव मुरला की है। जिस घर में उस लड़की की लाश मिली, वो घर था भगवान दास राम का। पुलिस के मुताबिक, भगवान दास राम हर रोज शराब पीता है। मियां-बीवी के बीच अक्सर उसके शराब पीने को लेकर झगड़ा होता था। शनिवार की रात को भी ऐसा ही झगड़ा हुआ। जब लड़ाई बढ़ने लगी और भगवास दास अपनी पत्नी को मारने के लिए दौड़ा,तो वो घर से निकली और पड़ोस के एक घर में जाकर छिप गई। मां के जाने के बाद अब उसकी बेटी रानी ने उसके शराब पीने का विरोध किया। अब भगवान दास का गुस्सा भड़क गया।
बेटी की लाश गाड़कर उसी कमरे में सो गया
वो रानी पर झपटा और उसके दुपट्टे से उसका गला दबाने लगा। दुपट्टे का फंदा तब तक रानी के गले पर कसता गया, जब तक उसकी सांसें नहीं थम गईं। पास में ही उसका मासूम बेटा भी खड़ा था, जो ये सबकुछ देख रहा था। इसके बाद भगवान दास ने उसी कमरे में गड्डा खोदा और अपनी बेटी की लाश को उसमें दफ्न कर दिया। बेटी का कत्ल करने के बाद भगवान दास बाहर गया और करीब 4 किलो नमक लाकर उस गड्डे में डाल दिया। उसका मकसद था, लाश को जल्दी से जल्दी गलाना। नशे में धुत भगवान दास इसके बाद उसी कमरे में सो गया।
बेटे ने बयां की हैवान बाप की करतूत
सुबह उसकी आंख खुली और जैसे ही उसे अपनी करतूत का अंदाजा हुआ, वो घर से फरार हो गया। उधर जब उसकी पत्नी वापस लौटी और बेटी को नहीं पाया, तो उसने अपने बेटे से पूछा। बेटे ने रातभर मौत का जो नंगा नाच अपने घर में देखा था, सब कुछ अपनी मां के सामने बयां कर दिया। मां ने पुलिस को खबर दी और इसके बाद बेटी की लाश को निकाला गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पिता के छोटे भाई को गिरफ्तार किया है। लेकिन, अपनी ही मासूम बेटी का कत्ल करने वाला हैवान बाप अभी भी फरार है।