गोरखपुर में भी गणेश उत्सव की धूम,3 महीने से वेतन न मिलने से आक्रोशित सिटी बस ड्राइवर्स हड़ताल पर
गोरखपुर। गोरखपुर में गणेश उत्सव की धूम है। पंडालों को सजाया गया है और गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। यह उत्सव अब भारतवर्ष के कई राज्यों में मनाया जाने लगा है। गोरखपुर में 170 प्रतिमाएं स्थापित हैं और घरों में भी गणेश की पूजा की जा रही है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं का इंतजाम किया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के काफिले में एक चूक हुई है जिसके बाद हंगामा हुआ। सिटी बसों का संचालन भी ठप हो गया है क्योंकि ड्राइवरों को वेतन नहीं मिल रहा है।
3 महीने से वेतन न मिलने से आक्रोशित सिटी बस ड्राइवर्स हड़ताल पर
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी गणेश उत्सव की धूम है। मंगलवार से ही जगह-जगह गणेश प्रतिमाएं स्थापित ही चुकी हैं। पंडालों को सुंदर ढंग से सजाया गया है। मंगलवार और बुधवार की रात पंडाल में स्थापित गणेश प्रतिभाओं के पट खोल दिए गए। आगामी 10 दिनों तक चलने वाला यह उत्सव महाराष्ट्र के बाद धीरे-धीरे भारतवर्ष के कई राज्यों में भी मनाया जाने लगा है। गोरखपुर में 170 के आसपास प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इसके अलावा लोग घरों में भी गजानन की मूर्ति लाकर उनकी पूजा अर्चना कर रहे हैं। इस दौरान लगातार कई प्रकार के आयोजन किए जाएंगे, जिससे पूरा वातावरण गणपति बप्पा मोरया की गूंज से गुंजायमान हो जाएगा। गणेश उत्सव को लेकर जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं, ताकि आने वाले दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की समस्या ना हो सके।
राजपाल की फ्लिट के दौरान सुरक्षा में हुई चूक
मंगलवार की शाम आंगनबाड़ी के एक कार्यक्रम से जंगल धुषण से वापस लौट रही महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के काफिले में एक बड़ी चूक सामने आई है। दो बाइक सवार अचानक से उनकी फ्लीट के सामने आ गए और पुलिस की गाड़ी से टकराकर घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। इसकी जानकारी होने के बाद आसपास के ग्रामीण सड़कों पर उतरकर हंगामा करने लगे। अंत में समझा-बूझकर उन्हें वापस भेजा गया। इस दौरान लगभग 20 से 25 मिनट तक आवागमन ठप रहा।
गोरखपुर में सिटी बसों का संचालन ठप बस
गोरखपुर में मंगलवार को दोपहर बाद से ही सिटी बसों का संचालन ठप हो गया है। ड्राइवर और कंडक्टरों का कहना है कि पिछले 3 माह से उन्हें वेतन नहीं मिल पाया जिसकी वजह से घर का खर्च चलाना तो दूर डिपो तक आना-जाना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में हम काम कर पाने में अक्षम है। हमारी रोजी-रोटी पर बन आई है। बस सांचालको का कहना है कि शहर में अशोक संचालन करने वाली कंपनी वंशिका एचआर प्राइवेट लिमिटेड को पत्र लिखकर वेतन भुगतान की मांग की है। वेतन भुगतान हो जाएगा तो हम लोग फिर से कार्य पर वापस लौट आएंगे,अन्यथा संचालन ठप रहेगा। बस संचालकों के इस निर्णय के बाद से शहर में आवागमन करने वाले यात्रियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।