Tax कलेक्शन के मामले में लगातार दूसरे साल आई खुशखबरी,जारी किया यह आंकड़ा
नई दिल्ली। पिछले वित्तीय वर्ष में देश का टैक्स कलेक्शन बढ़कर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था। टैक्स कलेक्शन अनुमानित आंकड़े से करीब 20 प्रतिशत पार चला गया था। इस बार फिर से टैक्स कलेक्शन में बढ़त देखने को मिल सकती है। जी हां, अभी तक के आंकड़ों से तो यही साफ हो रहा है। कॉरपोरेट कंपनियों के एडवांस टैक्स पेमेंट में इजाफे के कारण चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.54 प्रतिशत बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है।
1.48 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
अग्रिम कर की पहली किस्त 27.34 प्रतिशत बढ़कर 1.48 लाख करोड़ रुपये हो गई। यह 15 जून को देनी होती है। इसमें 1.14 लाख करोड़ रुपये का निगम आयकर (CIT) और 34,470 करोड़ रुपये का पर्सनल आयकर (PIT) शामिल है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) की तरफ से शनिवार को जारी जारी आंकड़ों के अनुसार,11 जुलाई, 2024 तक का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 5,74,357 करोड़ रुपये है। इसमें 2,10,274 करोड़ रुपये का सीआईटी और 3,46,036 करोड़ रुपये का पीआईटी शामिल है।
70902 करोड़ का रिफंड जारी किया गया
सीबीडीटी (CBDT) की तरफ से कहा गया कि प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) ने प्रत्यक्ष कर संग्रह (CBDT) में 16,634 करोड़ रुपये का योगदान दिया। पिछले साल इसी अवधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4,80,458 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष में 11 जुलाई तक 70,902 करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी रिफंड से 64।4 प्रतिशत ज्यादा है।
अप्रैल से 11 जुलाई तक प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (रिफंड समायोजन से पहले) 6.45 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में यह 5.23 लाख करोड़ रुपये था, जो 23।24 प्रतिशत की वृद्धि है। पूरे वित्त वर्ष के लिए अंतरिम बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 21.99 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है।