गूगल पर फर्जी विज्ञापन देकर मदद और फिर लूट,शातिर ठग को दबोचा
नई दिल्ली। साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर थाना पुलिस ने झारखंड के जामताड़ा से एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान रियाज अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के पास से छह मोबाइल फोन, सिम कार्ड और बैंक से जुड़े अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपी के खिलाफ गृह मंत्रालय के पोर्टल पर एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
डीसीपी रोहित मीणा के अनुसार, 21 अक्टूबर 2023 को जेएनयू के प्रोफेसर उदयनाथ साहू ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेकर उन्होंने फोन किया था जिसके बाद कस्टमर केयर प्रतिनिधि बनकर आरोपी ने एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा। पीड़ित ने ऐसा ही किया। इसके बाद आरोपी ने उन्हें फिशिंग लिंक पर अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए कहा। इस लिंक पर अपनी जानकारी देने के बाद आरोपी ने पीड़ित के बैंक अकाउंट से करीब 7,32,510 रुपये निकाल लिए। पुलिस ने जांच के बाद केस दर्ज किया।
शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि ठगी की रकम चार अलग-अलग अकाउंट में गई है। सभी की जानकारी निकाली गई। गूगल पर मौजूद नंबर की तकनीकी जांच की गई। इस बीच पुलिस को पता चला कि जामताड़ा से वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस टीम ने छापा मारकर आरोपी को जामताड़ा से गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपने भाई मुख्तार के साथ मिलकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। दोनों भाई मिलकर गूगल पर फर्जी विज्ञापन देकर मदद करने के बहाने लोगों से ठगी करते थे। जांच में सामने आया है कि दोनों भाईयों ने देश के कई राज्यों में लोगों से ठगी की है। पुलिस के पहुंचने की खबर मिलने के बाद से ही मुख्तार फरार है। फिलहाल पुलिस मुख्तार की तलाश कर रही है।