इंदौर में सवा दो दिन के अंदर कैसे डूब गई टीम इंडिया की नैया? हार के 5 बड़े कारण
नई दिल्ली। इंदौर की टर्निंग पिच पर टीम इंडिया सवा दो दिन के अंदर ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच हार गई। इंदौर के होलकर स्टेडियम में टीम इंडिया खुद अपने ही जाल में फंस गई। ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाजों ने इंदौर की टर्निंग पिच का जमकर फायदा उठाया और टीम इंडिया की बैटिंग लाइनअप को दोनों ही पारियों में तहस-नहस करके रख दिया। इंदौर में टीम इंडिया के साथ कुछ ऐसा हुआ, जो किसी ने भी नहीं सोचा होगा। कप्तान रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली,श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा और केएस भरत के बीच मानो पवेलियन लौटने की होड़ सी मच गई थी। सीरीज में भारत अभी भी 2-1 से आगे है। चौथा टेस्ट 9 मार्च से अहमदाबाद में खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर दोनों पारी में 11 विकेट झटके।
हार के 5 सबसे बड़े कारण कौन से रहे हैं?
- टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जो भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़ गया। इंदौर की पिच कैसी होगी और उस पर गेंद कितनी टर्न होगी, इसका भारतीय बल्लेबाजों को कोई अंदाजा नहीं था। इंदौर टेस्ट मैच में अगर टीम इंडिया पहले गेंदबाजी चुनती तो ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी देखकर उन्हें पिच पर टर्न का अंदाजा हो जाता। नागपुर और दिल्ली में खेले गए पहले दो टेस्ट मैचों में भी टीम इंडिया ने पहले गेंदबाजी करते हुए जीत दर्ज की थी। अगर रोहित शर्मा इंदौर में भी पहले फील्डिंग चुनते तो तस्वीर अलग ही होती। - पहली पारी में घटिया बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर टेस्ट मैच की पहली पारी में टीम इंडिया महज 109 रनों पर ढेर हो गई, जिसने इस टेस्ट मैच में उसकी हार की नींव रख दी थी। पहली पारी में 109 रनों पर ढेर होने के बाद जीत की उम्मीद भी रखना सपने की तरह था। इंदौर टेस्ट मैच की पहली पारी में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने बेहद खराब बल्लेबाजी की। पहली पारी में 22 रन बनाने वाले विराट कोहली टीम इंडिया के टॉप स्कोरर रहे थे। इंदौर टेस्ट मैच की पहली पारी में कप्तान रोहित शर्मा (12), शुभमन गिल (21), चेतेश्वर पुजारा (1), विराट कोहली (22), रवींद्र जडेजा (4), श्रेयस अय्यर (0) और केएस भरत (17) के बीच मानो पवेलियन लौटने की होड़ सी मच गई थी। - रवींद्र जडेजा की नो बॉल
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान चौथे ओवर की पहली ही गेंद पर टीम इंडिया के स्पिनर रवींद्र जडेजा ने खतरनाक कंगारू बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को शून्य के निजी स्कोर पर ही आउट कर दिया था, लेकिन वह गेंद नो बॉल निकली। पहली पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया का स्कोर उस समय 14 रन पर 2 विकेट हो जाता, लेकिन मार्नस लाबुशेन बच गए। मार्नस लाबुशेन ने इसके बाद टीम इंडिया को खून के आंसू रुला दिए और उस्मान ख्वाजा के साथ मिलकर इस टर्निंग पिच पर 96 रन जोड़ दिए। मार्नस लाबुशेन ने पहली पारी के दौरान 31 रन बनाए और उस्मान ख्वाजा ने 60 रनों की बेशकीमती पारी खेली। - पहली पारी में रोहित का अश्विन को इग्नोर करना
इंदौर टेस्ट मैच के दूसरे दिन कप्तान रोहित शर्मा ने अपने सबसे खतरनाक ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी सौंपने में बहुत देर कर दी। इंदौर टेस्ट मैच के दूसरे दिन जब ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बल्लेबाजी शुरू की तो पीटर हैंड्सकॉम्ब और कैमरन ग्रीन के खिलाफ कप्तान रोहित शर्मा ने रविचंद्रन अश्विन को बॉलिंग अटैक में लाने में देरी कर दी। पीटर हैंड्सकॉम्ब और कैमरन ग्रीन ने मिलकर 40 रनों की अहम पार्टनरशिप कर दी, जिससे भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 88 रनों की कुल बढ़त लेने में कामयाबी हासिल कर ली। 186 रनों पर काफी देर बाद जाकर पीटर हैंड्सकॉम्ब आउट हुए और आखिरी में उन्हें अश्विन ने ही आउट किया। रविचंद्रन अश्विन ने आते ही पीटर हैंड्सकॉम्ब को आउट कर भारत को छठी सफलता 186 रनों पर दिलाई थी। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अगर कप्तान रोहित शर्मा रविचंद्रन अश्विन को बॉलिंग अटैक में पहले लाते, तो यह बढ़त कम रनों की हो सकती थी। अश्विन को दिन के अपने पहले ओवर के लिए लगभग एक घंटा इंतजार करना पड़ा। - नाथन लियोन के सामने भारतीय बल्लेबाजों का सरेंडर
ऑस्ट्रेलिया की टीम एक समय पर भारत के खिलाफ पहली पारी में 150 से ज्यादा रनों की बढ़त लेती हुई दिखाई दे रही थी, लेकिन उमेश यादव और रविचंद्रन अश्विन ने मिलकर अचानक पासा पलट दिया। 186 रन पर 4 विकेट के स्कोर से ऑस्ट्रेलियाई टीम 197 रनों पर सिमट गई। भारत के खिलाफ पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 88 रनों की बढ़त मिली, जहां से टीम इंडिया के पास मैच जीतने का अच्छा मौका था। टीम इंडिया के बल्लेबाज दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी करते तो ऑस्ट्रेलिया के सामने 140-150 रनों का लक्ष्य रख सकते थे, लेकिन नाथन लियोन के सामने उन्होंने घुटने टेक दिए। दूसरी पारी में टीम इंडिया सिर्फ 163 रनों पर ढेर हो गई और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ 76 रनों का टारगेट मिल गया। ऑस्ट्रेलिया ने आराम से महज 1 विकेट के नुकसान पर ये लक्ष्य हासिल कर लिया।