‘जिनके संसद आने पर रोक लग गई,वे बहिष्कार करते हैं तो…’,अनुराग ठाकुर का राहुल गांधी पर हमला
नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर केंद्र और विपक्ष में घमासान जारी है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने शनिवार (27 मई) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला किय़ा।
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा,” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन के बाद लोकतंत्र में नया संसद भवन देश को देने का काम करेंगे, वो अलग बात है कि कुछ लोगों के संसद आने पर रोक लग गई। कभी वे सदन की कार्य़वाही नहीं चलाने के बहाने ढूंढते थे,आज वे बहिष्कार करते हैं तो वहीं अपमानित करने का काम भी करते हैं।” दरअसल मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
विपक्षी दलों की क्या मांग है?
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह की 21 दलों ने बहिष्कार की घोषणा की है। इसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) और राष्ट्रीय लोकदल ने संयुक्त रूप से बहिष्कार का ऐलान किया है।
वहीं भारत राष्ट्र समिति और एआईएमआईएम ने भी कार्यक्रम में आने से मना किया है। इन दलों की मांग है कि नई संसद की उद्घाटन पीएम मोदी की बजाए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए। ऐसा नहीं करके सरकार लोकतंत्र पर हमला कर रही है।
कौन से विपक्षी दल जा रहे हैं?
संसद के उद्घाटन समारोह में कई विपक्षी दलों ने शामिल होने को कहा है. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा की जेडीएस, पूर्व केंद्रीय मंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल, शिरोमणि अकाली दल, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी (पासवान) है।
सरकार क्या कहा रही है?
विपक्षी दलों के बहिष्कार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राजनीति की जा रही है,लेकिन हमने सबको बुलाया। ऐसे में यह इन पार्टियों के विवेक पर है कि वो आते है कि नहीं। उन्होंने सभी दलों से फिर से सोचने को कहा है।