राम मंदिर को लेकर लालकृष्ण आडवाणी का अहम बयान,’नियति ने तय कर रखा था कि…’
नई दिल्ली। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने या नहीं होने की तमाम अटकलों के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने अहम बयान दिया है।
राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक आडवाणी ने कहा,”नियति ने तय कर लिया था कि अयोध्या में श्रीराम का मंदिर अवश्य बनेगा।” उन्होंने आगे कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा करेंगे तब वे हमारे भारतवर्ष के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करेंगे। मेरी प्रार्थना है कि यह मंदिर सभी भारतीयों को श्रीराम के गुणों को अपनाने के लिये प्रेरित करेगा।
लालकृष्ण आडवाणी ने मासिक पत्रिका ‘राष्ट्रधर्म’ से बातचीत में कहा,”रथयात्रा शुरू होने के कुछ दिनों बाद ही मुझे इसका अनुभव हो गया था कि मैं तो मात्र एक सारथी था। रथयात्रा का प्रमुख संदेशवाहक स्वयं रथ ही था और पूजा के योग्य इसलिए था क्योंकि वह श्रीराम मंदिर के निर्माण के पवित्र उद्देश्य की पूर्ति के लिए उनके जन्मस्थान अयोध्या जा रहा था।”
उन्होंने पत्रिका से बातचीत में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के भी संकेत दिए।
लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रमुख आलोक कुमार ने भी गुरुवार को दावा किया कि राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले लालकृष्ण आडवाणी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।
आडवाणी ने 1990 के दशक की शुरुआत में राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी। दरअसल, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानवमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित हजारों लोग शामिल होंगे।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खऱगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी समारोह के निमंत्रण को ठुकराते हुए कह चुक हैं कि बीजेपी चुनावी फायदे के लिए ये सब कर रही है।