भारतीय मूल की कार्यकर्ता ने अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत को दिखाया आईना

भारतीय मूल की कार्यकर्ता ने अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत को दिखाया आईना
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नई दिल्ली। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। दरअसल एक कार्यकर्ता ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों का मामला उठाया। दरअसल पाकिस्तानी राजदूत मसूद खान अपने देश में बाढ़ के हालातों पर वहां एक कार्यक्रम के जरिए वित्तीय सहायता और राहत की मांग कर रहे थे। इसी बीच कार्यक्रम में मौजूद भारतीय मूल की एक महिला कार्यकर्ता ने उन्हें घेर लिया और उन्होंने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक लड़कियों के बलात्कार और जबरन धर्म परिवर्तन का मुद्दा उनके सामने उठाया।

यह घटना शुक्रवार को वाशिंगटन डीसी के नेशनल प्रेस क्लब में हुई,जहां मसूद खान अपने देश में उपजी बाढ़ की स्थिति पर जानकारी देने के लिए मौजूद थे।

इस दौरान वर्जीनिया से कांग्रेस की पूर्व उम्मीदवार और पूर्व सैन्य अधिकारी मंगा अनंतमुला प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने हाथ में एक पोस्टर लिए पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी राजदूत से धर्मांतरण के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का अनुरोध किया। मंगा अनंतमुला ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान में बाढ़ राहत के नाम पर हिंदू और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों की लड़कियों के साथ रेप हुआ।

जब मसूद खान ने उनके बारे में उनसे पूछा, तो अनंतमुला ने बताया कि वह एक अमेरिकी नागरिक हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका से समर्थन मांगते समय पाकिस्तान को उन 2 हजार अमेरिकी पुरुषों और महिलाओं के परिवारों को भी संबोधित करना चाहिए, जो पिछले दो दशकों में ISI समर्थित तालिबान आतंकियों द्वारा मारे गए थे।

गौरतलब है कि पाकिस्तान में गैर मुस्लिम लड़कियों के अपहरण, बलात्कार या जबरन धर्मांतरण के कई रिपोर्टों के साथ देश में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामले में उसकी लंबे समय से आलोचना हो रही है। इसी बीच पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के आबादी 1947 से काफी कम हो गई है। 1947 में उस देश में अल्पसंख्यकों की आबादी 25% थी, जो आज के समय में 5% से भी कम हो गई है।

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बाढ़ से बेहाल पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांगी मदद
वर्तमान में पाकिस्तान में रिकॉर्ड तोड़ बाढ़ से कई शहर और गांव जलमग्न हो गए हैं। देश में आई इस भीषण बाढ़ की प्राकृतिक आपदा ने कई घरों को ढहा दिया,जिसमें 1,355 लोग मारे गए हैं और करीब 6 लाख से अधिक लोग बेघर हो गए हैं। काफी समय तक पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ के पानी में डूबा हुआ था।

इसके साथ ही इस बाढ़ में करीब 18 हजार स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए। एक तरफ यह देश पहले ही गरीबी से जूझ रहा है, इसी बीच इस बाढ़ ने वहां के लोगों की कमर तोड़ दी है। पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बाढ़ पीड़ितों को और सहायता भेजने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि “देश आज के समय में प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है, ऐसे में हमारी सहायता करें।”

पाकिस्तानी राजदूत मसूद खान की वाशिंगटन डीसी की यात्रा के बाद यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ने पाकिस्तान में बाढ़ से राहत के लिए 2 करोड़ डॉलर के अतिरिक्त राहत कोष की घोषणा की है। वहीं इस एजेंसी ने अब तक पाकिस्तान को भोजन,आश्रय,पानी और अन्य राहत कार्यों के लिए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की राशि प्रदान की है।


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