IRCTC , RVNL या IRFC,रिकॉर्ड हाई से 45% टूटे रेलवे शेयर,खरीदने का सही मौका या नहीं?
नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से शेयर बाजार में चल रही गिरावट के कारण कई दिग्गज कंपनियों के शेयर की कीमत काफी कम हो गई है। इनमें रेलवे से जुड़ी भी कुछ कंपनियां भी शामिल हैं। प्रमुख रेलवे कंपनियों में रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) का शेयर दाम अपने रिकॉर्ड हाई लेवल 622 रुपये प्रति शेयर से करीब 35 प्रतिशत गिर गया है। इसी तरह IRCTC का शेयर भी अपने रिकॉर्ड लेवल 1138.90 रुपये से करीब 30 प्रतिशत गिर गया है।
शेयर लाइफटाइम हाई से 40 प्रतिशत गिरा
इसी तरह IRFC का शेयर अपने लाइफटाइम हाई 229 रुपये शेयर से 40 प्रतिशत गिर गया है। इसके अलावा IRCON इंटरनेशनल का शेयर भी पिछले कारोबारी सत्र में अपने रिकॉर्ड लेवल से 45 प्रतिशत नीचे बंद हुआ था। शेयर बाजार के जानकारों के अनुसार रेलवे कंपनियों ने दूसरी तिमाही में अच्छे नतीजे दिये हैं। सरकार के रेलवे कंपनियों के कैपेक्स एक्सपेंशन पर फोकस करने की ज्यादा उम्मीद है। इससे इन रेलवे कंपनियों का कारोबार बढ़ने की उम्मीद है।
RVNL को सरकार के कदम से फायदा होने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ‘रेल कवच’ पर फोकस करने की संभावना है। रेलटेल और RVNL जैसी रेलवे कंपनियों को सरकार के इस कदम से फायदा होने की उम्मीद है। ऐसे में IRCTC जैसी कंपनियों पर दांव लगाना फायदे का सौदा साबित हो सकता है। जानकारों का कहना है कि रेलवे कंपनियों ने FY25 की दूसरी तिमाही में अच्छे नतीजे पेश किए हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भारत सरकार से रेलवे इंफ्रा पर अपने खर्च को बढ़ाने की उम्मीद है।
भारत सरकार रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेल कवच से संबंधित कंपनियों पर फोकस करने की उम्मीद है। इसलिए कैपेक्स रेलवे कंपनी का एक्सपेंशन जनवरी 2025 से बढ़ सकता है। एक और जानकार ने कहा कि रेलवे शेयरों के बारे में कोई RVNL और RailTel के शेयर पर फोकस कर सकता है। इन कंपनियों को रेल कवच कारोबार से फायदा होने की उम्मीद है। लेकिन यदि आप सिक्योर निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो IRCTC पर फोकस कर सकते हैं।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद भारत सरकार ने रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है। कैबिनेट कमेटी ने पिछले छह महीने में विभिन्न रेलवे इंफ्रा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद इस प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है।