मलबे में तबदील हुआ इरशालवाड़ी गांव,अबतक 16 की मौत,रेस्क्यू जारी
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में हुई लैंडस्लाइड की घटना में अब तक 16 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो राहत और बचाव कर्मी भी शामिल है। लैंडस्लाइड के बाद इरशालवाड़ी गांव पूरी तरह से जमींदोज हो गया। अब भी कई परिवारों के मलबे में दबे होने की आशंका। NDRF और SDRF का रेस्क्यू अब भी जारी है।
रायगढ़ लैंडस्लाइड में अब तक 16 की मौत
मलबे में तबदील हुआ इरशालवाड़ी गांव
राहत और बचाव कार्य अब भी जारी
इरशालवाड़ी गांव में NDRF का रेस्क्यू
इरशालवाड़ी गांव में NDRF का रेस्क्यू
NDRF की टीम भारी बारिश की बीच रेस्क्यू को जारी रखा है। भूस्खलन प्रभावित इलाके में तलाशी अभियान जारी है। तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों को भी लगाया गया है। NDRF, 5वीं बटालियन के कमांडेट एस.बी. सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र को अलग-अलग जोन में बांटकर रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। बारिश के कारण कीचड़ नीचे गिरने लगी है।
मलबे में अब भी कई लोगों के दबे होने की आशंका
इस घटना में अब तक 21 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई है। मगर अब भी मलबे के अंदर 40 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है। बता दें कि भूस्खलन की घटना बुधवार रात करीब 11 बजे मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में हुआ। यह गांव पहाड़ी ढालान पर बसा हुआ है। लगातार मूसलाधार बारिश के चलते हुई इस घटना में 17 घर पूरी तरह तबाह हो गये । गांव में कुल 50 घर हैं जो जमींदोज हो गए।
2014 के बाद दूसरी सबसे बड़ी लैंडस्लाइड
यह 30 जुलाई 2014 को पुणे जिले की अंबेगांव तहसील के मालिन गांव में हुए भूस्खलन के बाद महाराष्ट्र में सबसे बड़ा भूस्खलन है। उस भीषण भूस्खलन ने लगभग 50 परिवारों वाले पूरे आदिवासी गांव को तबाह कर दिया था। बचाव अभियान रोके जाने के बाद अंतिम मृतक संख्या 153 थी।
CM शिंदे ने मुआवजे का किया ऐलान
लैंडस्लाइड की घटना के बाद मुआवजे का भी ऐलान कर दिया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए दिए जाएंगे और घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। घायल हुए 20 से अधिक लोगों को नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।