वाइस सैंपलिंग के लिए पहुंचे जगदीश टाइटलर ने सिख विरोधी दंगों को कहा-छोटी बात,विवाद तय
नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में मंगलवार को सीबीआई ने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को वाइस सैंपलिंग के लिए समन भेजा था। सैंपलिंग के लिए जगदीश फोरेसिंक साइंस लेबोरेटरी पहुंचे। हालांकि यहां दिए उनके एक बयान पर विवाद शुरू हो सकता है। एक सवाल के जवाब में यहां कांग्रेस नेता ने सिख विरोधी दंगों को “छोटी बात” करार दिया। कांग्रेस नेता के बयान पर भारी विवाद हो सकता है।
CBI ऑफिस में जगदीश टाइटलर ने कहा- मैं कुछ नहीं कहना चाहता। मैं चाहता हूं कि सरकार अपना काम करे। अगर मेरे खिलाफ कोई सबूत मिला तो मैं खुद को लटका दूंगा। मामले को 30 साल से ज्यादा हो गए। मेरे खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। ये सारी चीजें छोटी बात हैं। अगर यह एक साक्ष्य है तो मैं खुद को लटकाने के लिए तैयार हूं। अगर कोई साक्ष्य है तो मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।
‘CBI को कोई मिस गाइड कर रहा है’
उन्होंने कहा कि ये छोटी बात है, किसी ने उन्हें (CBI) मिस गाइड किया है। वे चीजों की जांच कर रहे हैं। यह दूसरा केस है जिसमें मेरे आवाज का सैंपल लिया जा रहा है। इस दौरान कांग्रेस नेता ने सचिन पायलट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
बताते चलें कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता की आवाज की सैंपलिंग 1984 में सिख विरोधी दंगों के एक मामले के लिए ली जा रही है। मामला Pul Bangash इलाके का है। सीबीआई को दंगा मामले में जगदीश के शामिल होने को लेकर संदिग्ध साक्ष्य मिले हैं। आरोप है कि Pul Bangash इलाके में तीन लोग दंगों के दौरान मार दिए गए थे।
1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़क गया था दंगा
1984 में दिल्ली समेत देशभर के तमाम इलाकों में तब दंगे भड़क गए थे जब तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही अंग रक्षकों ने कर दी थी। सिख विरोधी दंगों में देशभर में सिखों के खिलाफ हिंसा हुई थी। इसमें कांग्रेस की भूमिका को लेकर खूब आरोप लगे हैं। सिख विरोधी दंगों में कई कांग्रेसी नेताओं की भूमिका को लेकर सवाल हैं।