काशी की पश्मीना शॉल पर संकट! बुनाई का काम बंद, जानें वजह
वाराणसी | यूपी के वाराणसी में बनने वाली पश्मीना शॉल पर इन दिनों संकट के बादल मंडरा रहे हैं. दरअसल बुनाई के लिए कच्चा माल नहीं मिलने के कारण काशी में कारीगरों काम प्रभावित हो रहा है. कारीगरों के कहना है कि बीते दो महीनों से पश्मीना की बुनाई के लिए धागा समय से नहीं मिल पा रहा है जिससे कारण इससे जुड़े बुनकर कभी काम करते हैं, तो कभी बैठ जाते हैं. बता दें कि पिछले साल खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने वाराणसी में इसकी बुनाई का काम शुरू कराया था.
सेवापुरी में इस काम से जुड़े कारीगर अंसार ने बताया कि वाराणसी में बनने वाले पश्मीना शॉल की डिमांड बाजार में अच्छी है, लेकिन कच्चा माल नहीं मिलने के कारण लगातार इसकी बुनाई का काम प्रभावित हुआ है. जानकारी के मुताबिक, वाराणसी में इसकी बुनाई करने वाले कारीगरों ने अब तक करीब 400 शॉल और स्टाल तैयार किए थे.
दूर होगी कच्चे माल की कमी
खादी और ग्रामोद्योग आयोग मंडलीय कार्यालय वाराणसी के डायरेक्टर एसपी खंडेलवाल ने बताया कि पश्मीना की बुनाई के लिए कच्चा माल लद्दाख से मंगाया जाता है. इस समय माल की थोड़ी शॉर्टेज है जिसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही इसकी बुनाई का काम शुरू हो जाएगा.
काशी में जल्द लगेगी यूनिट
एसपी खंडेलवाल के मुताबिक, बुनाई के लिए कच्चे माल की कमी न हो इसके लिए भी प्रयास जारी है. जल्द ही वाराणसी के सेवापुरी में कच्चे माल के निर्माण के लिए यूनिट लगाई जाएगी. इसके बाद ये सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी. बता दें कि बनारसी साड़ी के बाद यहां के बुनकरों ने पश्मीना शॉल तैयार की थी, जो कि ब्रांड बनारस बनकर सामने आयी थी. हालांकि कच्चे माल की सप्लाई नहीं होने के कारण इसका प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है.