काशी में स्थित मूंछ वाले हनुमान मंदिर की जानें विशेषता,पूरी होती है मनोकामनाएं
वाराणसी | धर्म की नगरी काशी के हर मंदिर की अलग अलग कहानी है। आप काशी में रहते हैं और मूछ वाले हनुमान जी का दर्शन नहीं किया तो क्या किया आपको बताते हैं मूछ वाले हनुमान जी कहां हैं और उनकी क्या कहानी है। मूंछ वाले हनुमान जी का मंदिर वरुणा नदी के तट पर हुकूलगंज चौकाघाट मार्ग पर स्थित है। मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर की स्थापना अंग्रेजी शासनकाल में हुई थी। यहाँ पर अंग्रेजी शासन के समय एक बार चौकाघाट लकड़ी मंडी समीप रामलीला हो रही थी। वहां पर हनुमान जी का किरदार निभा रहे सदानंद पाण्डेय को हिलेरी नामक अंग्रेज अधिकारी ने ललकारा कि यदि तुम सच में राम के भक्त हो तो इस वरुणा नदी को उड़कर पार करके दिखाओ। उसके बाद राम को नमन कर नदी को उड़कर पार करने की आज्ञा मांगी। इस पर प्रभु ने हनुमान को नदी पार करते समय मुड़कर ना देखने की बात कही। जब हनुमान ने नदी को पार कर लिया तो पीछे मुड़ कर देखने लगे। इससे उनके मन में अहंकार का भाव आ गया और वह वहीं पर मोक्ष को प्राप्त कर गये। कलयुग में प्रत्यक्ष भक्तों के भाव की रक्षा करने वाले हनुमान महाराज ने भक्तों को दर्शन दिया। आइए हम जानते हैं इस मंदिर के पुजारी ने क्या बताया।