अडानी मुद्दे पर राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार को घेरा
नई दिल्ली । राज्यसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। गौतम अदाणी के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार को घेरा। उधर, खरगे के बयान पर बीजेपी सांसदों ने हंगामा भी किया।
अदाणी मुद्दे पर खरगे हमलावर
खरगे ने कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढाई साल में 13 गुना बढ़ गई। 2014 में 50,000 करोड़ की थी, वह 2019 में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि संपत्ति 12 लाख करोड़ बढ़ गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भी बीजेपी नहीं मान रही है। इसकी जांच जेपीसी से कराई जानी चाहि।
बीजेपी का पलटवार
खरगे के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार भी किया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “वे विदेश रिपोर्टों (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) पर बातें कर रहे हैं, यह तो कांग्रेस का तारीका है। मैं स्पष्ट कहता हूं कि इनके खुद के नेता जिनके कहने के बगैर ये कुछ नहीं करते हैं, उनकी संपत्ति ही देखें कि 2014 में इनके नेता की कितनी संपत्ति थी और आज कितनी है।”
AAP सांसद संजय सिंह ने अदाणी मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नोटिस दिया।
पीएम मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे।
बीआरएस सांसद केशव राव ने अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी समूह की अन्य कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दिया।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भारत-चीन सीमा मुद्दे पर विस्तृत चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया।
देश में हिंदू मुस्लिम हो रहा
खरगे ने कहा कि कई सासंद-मंत्री सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करते हैं, क्या बात करने के लिए कोई और मुद्दा नहीं है। दूसरी तरफ कोई अनुसूचित जाति के लोग मंदिर जाते हैं तो उन्हें मारते हैं, उनकी सुनवाई नहीं होती है
खरगे ने आगे कहा, “अनुसूचित जाति को तो हम हिंदू समझते हैं ना, तब उन्हें मंदिर जाने से क्यों रोकते हैं अगर समझते हैं तो उन्हें बराबरी का स्थान क्यों नहीं देते। कई मंत्री दिखावे के लिए उनके घर जाकर खाना खाते हैं और तस्वीर खींचवा कर बताते हैं कि हमने उनके घर खाना खाया है।”