नीतीश एक और बड़ा झटका,JDU के दमन-दीव के 15 पंचायत सदस्य बीजेपी में शामिल
नई दिल्ली। मणिपुर जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू) के पांच विधायकों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो जाने के बाद, बिहार के मुख्यमंत्री और एनडीए के पूर्व सहयोगी नीतीश कुमार को एक और बड़ा झटका लगा,जब 12 सितंबर को उनकी दमन और दीव की इकाई भगवा पार्टी में शामिल हो गई।
इसके अलावा दमन-दीव के 17 में से 15 पंचायत सदस्य भी सोमवार को भगवा पार्टी में शामिल हो गए। बीजेपी ने जद(यू) सुप्रीमो नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार के सीएम के बीजेपी छोड़ने के फैसले के खिलाफ जद(यू) के दमन-दीव नेताओं ने भगवा पार्टी का दामन थाम लिया।
बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा-”नीतीश कुमार द्वारा बिहार में विकास को गति देने वाली भाजपा का साथ छोड़कर बाहुबली, भ्रष्ट एवं परिवारवादी पार्टी का साथ देने के विरोध में दानह एवं दमन दीव के जेडीयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश जेडीयू की पूरी ईकाई आज भाजपा में शामिल हुई।”
जदयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने सोमवार को “व्यक्तिगत कारणों” का हवाला देते हुए छह साल से अधिक समय तक जद(यू) में प्रवक्ता पद पर रहने के बाद इस्तीफा दे दिया। पीटीआई के मुताबिक, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीजेपी ने दावा किया कि निखिल मंडल को जद(यू) प्रमुख नीतीश कुमार का बचाव करने में असुविधा का सामना करना पड़ा, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने इस घटनाक्रम पर एक बयान जारी किया और आश्चर्य जताया कि क्या जदयू के प्रवक्ता “महागठबंधन का बचाव करने में असहजता की स्थिति में हैं”।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा-”क्या नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और महागठबंधन को डिफेंड करने में जदयू के सबसे बेहतरीन प्रवक्ता भी असहज महसूस करने लगे हैं?”
छह में से पांच विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा
बता दें कि 2 सितंबर को मणिपुर विधानसभा सचिव के मेघजीत सिंह ने बताया कि स्पीकर थोकचोम सत्यब्रत सिंह ने भारत के संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत जद (यू) के पांच विधायकों के बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में विलय को स्वीकार कर लिया है।
जद (यू) के जिन पांच विधायकों का बीजेपी में विलय हुआ है, उनमें केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछब, एएम खाउटे, थांगजाम अरुण कुमार शामिल हैं। जद (यू) के छठे विधायक जिन्होंने बीजेपी की ओर रूख नहीं किया, वे लिलोंग निर्वाचन क्षेत्र के विधायक मोहम्मद नासिर हैं।
गौरतलब है कि अगस्त में सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था और बिहार में राजद, कांग्रेस और लेफ्ट ब्लॉक के साथ महागठबंधन की सरकार बना ली थी। बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद जद(यू) प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी एकता को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। अपनी हालिया दिल्ली यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष का एकमात्र विकल्प एकजुट मोर्चा दिखाना है, जो “देश के हित में होगा”।