वाराणसी कचहरी पेश होने पहुंचे कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला मंगलवार को अपने पुराने राजनैतिक मुकदमे के संदर्भ में वाराणसी कचहरी में पेश होने के लिए पहुंचे। वाराणसी कोर्ट में राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला की पेशी को देखते हुए कांग्रेस नेता भी कचहरी परिसर में मौजूद रहे। वाराणसी में 22 वर्ष पुराने धरना देने के मामले में उनपर मुकदमा दर्ज हुआ था। अब अदालत में उनकी 31 अगस्त के बाद यह दूसरी पेशी है।
वर्ष 2001 में यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर वाराणसी कैंट में देने के आरोप में उन पर मुकदमा दर्ज हुआ था। रणदीव सुरजेवाल उस दौरान तीन दिन तक जेल में भी रहे थे। वहीं उनकी पेश को देखते हुए वाराणसी कचहरी परिसर में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे सहित कांग्रेस कमेटी के तमाम लोग भी उनके समर्थन में इस दौरान कचहरी परिसर में मौजूद रहे। 31 अगस्त के बाद उनकी यह दूसरी पेशी है। इसके पूर्व हुई पेशी के दौरान भी उनके बयान अदालत ने दर्ज किए थे
उनपर आरोप है कि मंडलायुक्त कार्यालय और न्यायालय पोर्टिको में प्रदर्शन और तोड़फोड 22 साल पूर्व धरना प्रदर्शन के दौरान किया था। इसके पूर्व अदालत गैर जमानती वारंट भी इस मामले में जारी कर चुकी है। उनके पेश होने के बाद इस वारंट को निरस्त कर दिया था। इसके बाद सुरजेवाल ने अगली सुनवाई में मौजूद रहने का लिखित आश्वासन दिया था।
संवासिनी गृह कांड में कांग्रेस नेताओं को आरोपित बनाया गया तो 21 अगस्त 2000 को तत्कालीन युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रणदीप सुरजेवाला के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर सभा के दौरान बेकाबू भीड़ मंडलायुक्त कार्यालय पहुंच गई और न्यायालय पोर्टिको में तोड़फोड़ शुरू कर दिया तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया था। इसमें रणदीप सुरजेवाला सहित दो दर्जन के करीब कांग्रेस नेता गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे। इसके बाद 25 अगस्त 2000 को जमानत मिने के बाद विवेचना में रणदीप सुरजेवाला सहित 25 आरोपितों क खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था।