तरबूज के पैसे मांगने पर फ्रूट सेलर की चाकुओं से गोदकर हत्या,लोगों ने नहीं की बचाने की कोशिश
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में नाबालिग लड़की की हत्या को लेकर जारी बवाल थमा भी नहीं कि भलस्वा डेयरी में तरबूज बेचने वाले की मामूली बात पर हत्या ने सबको सकते में डाल दिया है। इस मामले में हत्यारोपी ने वारदात को इसलिए अंजाम दिया कि फ्रूट सेलर ने तरबूज के पैसे मांग लिए। दुकानदार को आरोपी ने उसके पत्नी के सामने चाकू घोंपकर हत्या कर दी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बदमाश सुनील, मोनू और मोंटू को आजादपुर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया है।
दुकानदार की हत्या के मामले में मौके पर मौजूद लोगों ने तरबूज बेचने वाले को बचाने की कोशिश नहीं की। जबकि भलस्वा डेयरी के जिस स्थान पर हत्या की वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया वहां पर 100 ज्यादा फल और सब्जी की रेहड़ी लगी हुई थी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक किसी ने दुकानदार को बचाने की कोशिश नहीं की।
खून से लथपथ मिला फ्रूट सेलर
लोकल थाना पुलिस के अनुसार भलस्वा डेयरी थाना पुलिस को मुकुंदपुर सर्विस लेन के पास रामू नामक व्यक्ति को चाकू मारने की सूचना पीसीआर कॉल के जरिए मिली थी। सूचना मिलने के फौरन बाद पुलिस मौके पर पहुंची। उस समय तरबूज विक्रेता सड़क पर खून से लथपथ हालत में पड़ा था। पुलिस ने रामू को तत्काल नजदीक के बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल के डॉक्टरों ने जांच के बाद दुकानदार को मृत घोषित कर दिया।
हत्या की धाराओं में केस दर्ज
वहीं दुकानदार रामू की पत्नी ने मौके पर पहुंची पुलिस से कहा कि उसके पति लंबे अरसे से सर्विस लेन पर फल की दुकान लगाते आ रहे थे। वारदात के समय इलाके में रहने वाले सुनील,मोनू और मोंटू दुकान पर तरबूज लेने के लिए आया था। उन्होंने तरबूज का भाव लगाकर 3 किलो तरबूज लिए। रामू द्वारा पैसे मांगने पर तीनों पति से गाली-गलौज की और विरोध करने पर उसकी चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। थाना पुलिस ने हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी तीनों बदमाशों को आजादपुर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि यह घटना रविवार की है। दिल्ली पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।