मुजफ्फरनगर के गंगा बैराज में मिली एक दिन की नवजात कराया गया भर्ती
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के गंगा बैराज से एक दिन की नवजात बालिका लावारिस हालत में मिली है। इसको चाइल्ड लाइन की देखरेख में बाल संरक्षण अधिकारी ने जिला महिला अस्पताल की एसएनसीयू में भर्ती कराया। बाल संरक्षण अधिकारी नीना त्यागी ने बताया कि अस्पताल में नवजात के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से लाई गई नवजात
बाल संरक्षण अधिकारी नीना त्यागी ने बताया कि गंगा बैराज स्थित पुलिस चौकी के पास से मंगलवार शाम एक नवजात बालिका लावारिस हालत में बरामद हुई थी। पुलिस ने मामले की सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन को दी थी।
जिसके बाद बाल कल्याण समिति के आदेश के पर उन्होंने नवजात काे जिला महिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया। जहां बालिका का स्वास्थ्य सही बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नवजात के परिजनों को खोजने का प्रयास किया जा रहा है।
60 दिन तक नवजात के परिजनों का इंतजार
बाल संरक्षण अधिकारी नीना त्यागी ने बताया कि नवजात के परिजनों को खोजने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए स्थानीय भाषा वाले दो स्थानीय एवं राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों में नवजात के फोटे सहित बालिका के विज्ञापन जारी कर उसके परिजनों की तलाश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यदि 60 दिन के भीतर बालिका के लिए उसके स्वजन कोई दावा पेश नहीं करते तो नवजात को दत्तकग्रहण (ADOPTION) के लिए फ्री घोषित कर दिया जाएगा।
कैसे लिया जा सकता है बालिका को गोदबाल संरक्षण अधिकारी नीना त्यागी ने बताया कि जनपद स्तर पर किसी भी बच्चे को गोद लेने की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि जिले में कोई भी एडोप्शन एजेंसी नहीं है। गाजियाबाद, रामपुर, बदायुं तथा मथुरा में ही सेंट्रल एडोप्शन रिसोर्स एजेंसी कार्य करती है।
उन्होंने बताया कि सेंट्रल एडोप्शन रिसोर्स एजेंसी यानी CARA की वेबसाइट पर जाकर गोद लेने के नियमों तथा उसके लिए आवेदन तथा आगे की प्रकिया के बारे में जाना जा सकता है।