दिल्ली मेट्रो में खुलेआम KISSING कांड
नई दिल्ली | दिल्ली मेट्रो में अमर्यादित व्यवहार करने वाले अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। मेट्रो में फ्लाइंग स्क्वाड तैनात करने के बाद भी अश्लील हरकत करने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक-युवती मेट्रो में यात्रा करने के दौरान एक-दूसरे के साथ अश्लील हरकत करते नजर आ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना
इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोग आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि मेट्रो में यात्रा के दौरान इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) को इन्हें रोकने के लिए सख्त कदम उठाना चाहिए, क्योंकि इससे पहले भी इस तरह के कई वीडियो व फोटो वायरल हो चुके हैं।
पिछले कुछ दिनों से इस तरह के मामले ज्यादा आ रहे हैं। पहले बिकिनी में एक युवती का वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद स्कर्ट पहने दो लड़कों का वीडियो सामने आया। मेट्रो में गाली-गलौज व अमर्यादित व्यवहार के कई अन्य वीडियो भी वायरल हुए हैं। इसे लेकर दिल्ली महिला आयोग ने भी नोटिस जारी किया था, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं है। इस तरह की हरकत करने वाला अभी तक कोई पकड़ा नहीं गया है। डीएमआरसी के अधिकारी इस तरह के वीडियो को फर्जी बताते हैं।
वहीं, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए डीएमआरसी ने पिछले माह के अंतिम सप्ताह में फ्लाइंग स्क्वाड के औचक निरीक्षण कराने की घोषणा की थी। हालांकि, अबतक कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, इसका विवरण देने में अधिकारी असर्मथता जता रहे हैं।
उनका कहना है कि फ्लाइंग स्क्वाड के सदस्य वर्दी में होते हैं, जिन्हें देखकर लोग सचेत हो जाते हैं। इसे ध्यान में रखकर सादी वर्दी में भी कुछ सदस्यों को तैनात किया जा रहा है। इस तरह के वीडियो में नजर आने वाले लोगों का चेहरा स्कैन किया जाता है, जिससे कि मेट्रो स्टेशन के परिसर में आने पर उनकी पहचान हो सके।
DMRC ने की मर्यादा बनाए रखने की अपील
डीएमआरसी के प्रमुख कार्यकारी निदेशक (कॉरपोरेट कम्युनिकेशन) अनुज दयाल का कहना है कि यात्रियों से मर्यादित व्यवहार करने व सामाजिक शिष्टाचार बनाए रखने की अपेक्षा की जाती है। उन्हें ऐसा कोई व्यवहार नहीं करना चाहिए, जिससे दूसरे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी हो।
डीएमआरसी के संचालन और रखरखाव अधिनियम में अभद्रता को धारा-59 के तहत एक दंडनीय अपराध माना गया है। सह-यात्रियों को ऐसी घटनाओं की अविलंब सूचना निकटतम उपलब्ध मेट्रो स्टाफ या सीआइएसएफ को देनी चाहिए, जिससे कार्रवाई हो सके।