पुलिस को मिले 25 सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर,समय रहते पर्यटकों को मिलेगी सुरक्षा
वाराणसी। धर्मनगरी काशी शिक्षा के साथ-साथ अब पर्यटन का भी बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद रोजाना आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में वाराणसी पुलिस प्रशासन पर पर्यटकों के साथ-साथ आम लोगों की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी रहती है। इसी को देखते हुए पर्यटक पुलिस को 25 सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर दिए गए हैं। काशी जिला प्रशासन ने पर्यटकों की तत्काल मदद करने के उद्देश्य से पर्यटक पुलिस को सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर प्रदान किया है।
सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर का क्या है कमाल?
आरती के लिए गंगा घाट और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर भीड़ उमड़ती है। सुरक्षा के लिए अब पुलिस सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर से गश्त करेगी। कम समय में मौके पर पहुंचकर पुलिस पीड़ित की मदद करना आसान हो जाएगा। कार्यक्रम में सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर की परेड कराई गई। वाराणसी जिला अधिकारी एस. राजलिंगम और कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने परेड को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. गोदौलिया और दशाश्वमेध क्षेत्र में पुलिस कर्मियों ने सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर से गश्त की।
बैलेंस बिगड़ने पर भी नहीं होगा हादसा
शहर के प्रमुख स्थलों पर पर्यटक पुलिस सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर से गश्त करते नजर आएगी। समारोह में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। वाराणसी पुलिस पर्यटकों की शिकायतों को गंभीरता से लेने के लिए जाती है। देखने में आता है कि समय पर मदद नहीं मिलने की वजह से पर्यटक की शिकायत पुलिस के प्रति रहती है। जिलाधिकारी ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए उठाए कदम की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब पर्यटक समय पर मदद नहीं मिलने की शिकायत नहीं कर सकेंगे। बता दें कि सड़क दुर्घटना का एक कारण वाहन से लोगों का बैलेंस बिगड़ जाना भी है। वाहन चलाते वक्त बैलेंस बिगड़ने से दुर्घटना हो जाती है। सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर के साथ ऐसा मामला नहीं है।