महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर पुलिस सख्त, दोषियों पर हो रही तेज कार्रवाई
वाराणसी। महिला सुरक्षा को लेकर कमिश्नरेट पुलिस बेहद गंभीर है। बीते छह महीनों (जनवरी से जुलाई) में महिला सुरक्षा हेतु गठित विशेष दल ने सैकड़ों जगहों पर पहुंचकर जांच किया और संदिग्धों के प्रति कार्रवाई किया। महिला अपराध के गम्भीर मामलों में प्रतिदिन जनसुनवाई के माध्यम से तथा मिशन शक्ति अभियान के तहत आरोपितों की गिरफ्तारी, अपहृताओं की बरामदगी और लंबित विवेचनाओं के निस्तारण पर विशेष बल दिया गया। अगले छह महीने के लिए भी योजना तैयार की गई है। इसमें महिला अपराध के दोषियों को फांसी से लेकर उम्रकैद तक की सजा दिलाने की योजना है।
-8952 स्कूल व सार्वजनिक स्थलों पर महिला सुरक्षा हेतु गठित विशेष दल ने जांच किया
-21432 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई
-21300 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया
-16 के खिलाफ मुकदमा किया गया
-116 के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत मुकदमा
-98 अपहृताओं की बरामदगी कराई गई
-29 पाक्सो एक्ट के आरोपित पकड़े गए
-32 दुष्कर्म के आरोप में पकड़े गए
-16 दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार
-41 को अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया
-231 आरोपितों के खिलाफ महिला उत्पीड़न के मामले में कार्यवाही
-118 आरोपितों को महिला संबंधी मामलों में गिरफ्तार किया गया
-18 थानों में पर महिलाओं द्वारा पारिवारिक विवादों एवं घरेलू हिंसा
का मामले सुने गए
-1056 प्रार्थना पत्रों का निस्तारण कराया गया
मुकदमों में की गई मजबतू पैरवी
-234 मुकदमें न्यायालय में दाखिल कराया गए मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत
-61 को मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला संबंधित अपराधों में
सजा दिलाई गई
-10 मामले विचाराधीन हैं न्यायालय में
महिला कांस्टेबल निभा रहीं भूमिका
मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला कांस्टेबलों के साथ वाराणसी कमिश्ररेट के थानों के स्कूलों, पार्कों भीड़ वाले स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। सभी थानों पर बनाए गए महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला कांस्टेबलों को ट्रेनिंग दी गई।
दस दिन में आरोप पत्र दाखिल
पाक्सो अधिनियम के तहत कमिश्नरेट के थानों में मामले दर्ज हुए। इनमें से दस मामलों में बालक-बालिकाओं की उम्र 15 वर्ष से कम थी। इन मामलों में दस दिनो के अंदर आरोपितों की गिरफ्तारी व विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच आदि की कार्रवाई पूरी कराई गई। विवेचना पूरी कराते हुए न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया।
परिवारों के बीच बिखराव बचाने की कोशिश
पुलिस ने परिवार के बीच बिखराव को बचाने की भी हर संभव कोशिश की। विवाद के बीच समझा-बुझाकर आपसी 86 मामलो में सुलह समझौता कराया गया। प्रार्थना पत्रो के आधार पर तथा
मेडिएशन के दौरान असफल होने के बाद 42
प्रार्थना पत्रो पर मुकदमा कराया गया।
पाक्सो एवं महिला अपराध के प्रकरण में छह महीने का लक्ष्य
-6 आरोपितों को फांसी के फंदे तक ले जाना है
-300 को आजीवन कारावास की सजा करना है
-300 को दस साल से अधिक की सजा
-1200 को दस वर्ष के कम की सजा करना ही
-10 प्रकरण पाक्सो के ऐसे हों जिनमें एक महीने में सजा हो
महिलाओं को सुरक्षित माहौल देना लक्ष्य है
महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस बेहद गंभीर है। महिलाओं को सुरक्षित माहौल देना लक्ष्य है। इसके लिए महिलाओं के साथ अपराध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। मुकदमे से लेकर सजा दिलाने तक गंभीरता के काम कर रही है।
ममता रानी,अपर पुलिस उपायुक्त (महिला अपराध)