राजनीति के लोग धर्म में हस्तक्षेप बंद करें:शंकराचार्य
वाराणसी में बोले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद
•हम भी राजनीति में बोलना बंद कर देंगे
•राजनीति के लोग लगातार धर्म में हस्तक्षेप कर रहे हैं
वाराणसी(जनवार्ता)।ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वर सरस्वती ने कहा है कि राजनीति के लोग धर्म में हस्तक्षेप बंद करें। हम भी राजनीति में बोलना बंद कर देंगे। राजनीति के लोग लगातार धर्म में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धार्मिक कार्यों में जाते हैं जबकि वह उनका कार्य नहीं है लेकिन शंकराचार्य अगर राजनीति पर बोलते हैं तो मीडिया सवाल खड़े करता है। वाराणसी आगमन के पश्चात श्री विद्या मठ में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कई विषयों पर बेबाक बात रखी।
केदारनाथ मंदिर को दिल्ली स्थानांतरित करने का विरोध
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने केदारनाथ मंदिर को दिल्ली स्थानांतरित किए जाने का कड़ा विरोध किया। मीडिया से बातचीत में कहां कि कहा कि केदारनाथ मंदिर शास्त्र के अनुसार हिमालय में है। जिसको कैसे दिल्ली में लाया जा सकता है। मुझे आपत्ति हैं कि जो विज्ञापन हुआ हैं। जिसमें अंग्रेजी शब्द में लिखा है कि (केदारनाथ शिफ्टिंग) केदारनाथ शिफ्ट कर रहे हैं और हिन्दी में भी लिखा हैं कि अब केदार के दर्शन वही पर होंगे। वही मुख्यमंत्री का भी अखबारों के माध्यम से कहा हैं कि जो वहाँ नही जा सकते, यही पर केदार जी का दर्शन होगा। यह साफ करता हैं कि केदारनाथ का विकल्प हो रहा हैं। केदारनाथ का विकल्प केदारनाथ हो सकते हैं,केदारनाथ का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि जो दान की राशि लिखी हुई है। जिसमें 11 सौ लोग मिलकर इतने लाख रुपये देंगे और उसमें वापस करने का भी सिस्टम हैं और जो सदस्यता हैं उसको ट्रांसफर भी कर सकते हैं। यह तो एक बड़ा अलग तरह का हैं। ऐसे धार्मिक मामलों में नहीं होता है। जो व्यक्ति धर्म के लिए दान (पैसा) देता है तो उसको दोबारा छूना नहीं चाहता। क्योंकि दी गई वस्तु को पुनः प्राप्त करना यह धर्म शास्त्र के हिसाब से बहुत बड़ा पाप होता हैं।
केदारनाथ में प्रकृति विरुद्ध कार्य चिंताजनक,आंदोलन का समर्थन
वाराणसी।ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रेस वार्ता में केदारनाथ धाम में प्रकृति विरुद्ध किये जा रहे निर्माण कार्यों पर चिंता जताते हुए वहां पिछले कई दिनों से तीर्थ पुरोहितों द्बारा किये जा रहे आंदोलन को न्यायोचित बताया एवं उनका समर्थन किया है। उन्होंने सरकार से इस पर विचार कर यथोचित कार्यवाही की भी अपेक्षा किया है।
उद्योगपतियों का अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान
मीडियाकर्मियों ने अंबानी को उठाईगिर एवं लुटेरा के सवालों पर शंकराचार्य ने कहा कि हमारे यहाँ उद्योग लगाने वाले को बहुत बड़ा राष्ट्र के लिए योगदान करने वाला माना गया है। उनको सरकारें समर्थन करती हैं। अगर कोई उद्योग घाटे में चलने लग जाए तो सरकार अपना पैसा देकर उसको फिर से उभारती हैं। हमारे देश के प्रधानमंत्री ने भी लाखो करोड़ो रूपये उद्योगपतियों का माफ किया हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि देश के हर प्रधानमंत्री ने समय समय पर उद्योगपतियों को बड़ी बड़ी पैकेज की राहत दी हैं। क्योंकि उद्योगपतियों से ही अर्थव्यवस्था को ऊँचा उठाने में एवं बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान है और उनके बिना देश चलना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे परिस्थिति में उनको उठाईगिर एवं लुटेरा कहना यह राजनीतिक भाषा किसी की हो मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वास्तविकता यह है कि वो भी समाज का स्तंभ है और उनको भी समर्थन दिया जाना चाहिए।