पूर्व DGP की चेतावनी पर बोले पुनिया-कहां आना है गोली खाने,कसम है पीठ नहीं दिखाएंगे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को उद्घाटन किए गए नए संसद भवन से बमुश्किल तीन किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर पुलिस और पहलवानों के बीच हुई झड़प के बाद बजरंग पुनिया और अस्थाना के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवान नए संसद भवन की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने कई पहलवानों को हिरासत में लिया।
कई पहलवानों और प्रदर्शनकारियों को बसों में लेकर अलग-अलग स्थानों पर ले जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत को हटाकर विरोध स्थल को साफ करना शुरू कर दिया। रविवार रात एनसी अस्थाना ने एक न्यूज रिपोर्ट को रीट्वीट करते हुए लिखा, जरूरत पड़ी तो गोली भी चला दूंगा। लेकिन आपके कहने के कारण नहीं। अभी उन्हें घसीट कर कूड़े के ढेर की तरह फेंक दिया गया है। अनुच्छेद 129 पुलिस को गोली मारने का अधिकार देता है। अनुकूल परिस्थिति में वह इच्छा भी पूरी होगी, लेकिन यह जानने के लिए शिक्षित होना जरूरी है। पोस्टमॉर्टम टेबल पर फिर मिलते हैं।
एक अन्य ट्वीट में पूर्व डीजीपी ने कहा, कुछ मूर्ख पुलिस के गोली मारने के अधिकार पर संदेह करते हैं। अगर आप अंग्रेजी पढ़ सकते हैं तो अखिलेश प्रसाद के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पढ़िए। वे अनपढ़ जो पढ़ नहीं सकते, इस अधिकार की परीक्षा न लेने में ही भलाई है। पत्नियां विधवा होंगी और बच्चे अकारण अनाथ। सेहतमंद रहें।
पूर्व आईपीएस अधिकारी के ट्वीट पर बजरंग पुनिया ने प्रतिक्रिया दी। बता दें कि बजरंग पुनिया उन पहलवानों में से एक हैं जो भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप है कि उन्होंने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया। अस्थाना के ट्वीट पर बजरंग पुनिया ने लिखा, ये IPS ऑफिसर हमें गोली मारने की बात कर रहे हैं। भाई सामने खड़े हैं, बता कहां आना है गोली खाने…क़सम है पीठ नहीं दिखाएंगे,सीने पे खाएंगे। यही रह गया है अब हमारे साथ करना।