‘ज्ञानवापी के शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं होने देंगे’:सनातन संघ ने कहा-हम लड़ेंगे;सामाजिक विरोध भी करेंगे

‘ज्ञानवापी के शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं होने देंगे’:सनातन संघ ने कहा-हम लड़ेंगे;सामाजिक विरोध भी करेंगे
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वाराणसी। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग विश्व वैदिक सनातन संघ नहीं होने देगा। वाराणसी में मंगलवार को विश्व वैदिक सनातन संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि हमारी ओर से मुकदमा इस मांग को लेकर दाखिल किया गया था कि मां श्रृंगार गौरी की नियमित पूजा का हिंदुओं को अधिकार मिले।

कुछ कथित अधिवक्ताओं ने सिर्फ प्रचार और प्रसार पाने के लिए ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग की है। यदि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग होगी तो वह खंडित हो जाएगा। सनातन हिंदू धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा नहीं की जाती है। इसीलिए हमने शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का विरोध वाराणसी के जिला जज की अदालत में किया है।

हमें पूरा विश्वास है कि अदालत हमारे अनुरोध पर विचार करेगी। यदि निचली अदालत में हमारे अनुरोध पर विचार नहीं किया जाएगा तो हम उससे ऊपर की अदालत में अपनी बात रखेंगे। इसके साथ ही हम सामाजिक स्तर पर भी शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का विरोध करेंगे।

श्रृंगार गौरी और ज्ञानवापी का केस अलग है
संतोष सिंह ने कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि श्रृंगार गौरी और ज्ञानवापी का मुकदमा अलग-अलग है। आदि विश्वेश्वर के लिए विश्व वैदिक सनातन संघ ने एक अलग मुकदमा वाराणसी की फास्ट ट्रैक कोर्ट में दाखिल कर रखा है। आगामी 7 अक्टूबर से उसकी डेली सुनवाई होगी।

उस केस में स्पष्ट तौर पर यह मांग की गई है कि ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए। ज्ञानवापी परिसर हिंदुओं को सौंप दिया जाए। ज्ञानवापी परिसर में मिले आदि विश्वेश्वर की नियमित पूजा का अधिकार दिया जाए।

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वह पद और पैसा पाना चाहते हैं
संतोष सिंह ने कहा कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग करने वाले कथित अधिवक्ताओं को सिर्फ प्रचार, पद और पैसा चाहिए। उन्हें सनातन धर्मियों की भावना से कोई मतलब नहीं है। इसीलिए उन्होंने विपक्षियों से समझौता भी कर लिया है।

हमारे संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन से जो कोई चाहे वह बात कर सकता है। वह उन्हें बताएंगे और समझाएंगे कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग धर्म और शास्त्र के अनुसार क्यों उचित नहीं है। जितेंद्र सिंह विसेन अपनी बातों के समर्थन में प्रमाण और साक्ष्य भी प्रस्तुत करेंगे।


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