बागपत के युवक को अगवा मामले का सनसनीखेज खुलासा,सोनभद्र के गैंग ने अपहरण कर मांगी थी फिरौती,छह गिरफ्तार
सोनभद्र । मोबाइल एसेसरीज बेचने वाले बागपत निवासी युवक को बहाने से बुलाकर, बंधक बना लेने और छोडने के एवज में फिरौती मांगने का सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। सोनभद्र से जुड़े गैंग ने युवक को अगवा किया था। पुलिस को इसकी जानकारी तब हुई जब पीड़ित किसी तरह अपहर्ताओं के चंगुल से छूटकर पुलिस के पास पहुंचा। प्रकरण में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर, पुलिस ने, अपहर्ता गैंग से जुड़े छह युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से पांच मोबाइल फोन, दो बाइक सहित अन्य सामान बरामद किए गए हैं। आरोपियों का संबंधित धाराओं में चालान करने के साथ ही, गिरोह से जुड़े अन्य व्यक्तियों और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने मंगलवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में इस मामले में मिली कामयाबी का खुलासा किया। बताया कि मामले में धारा 323, 504, 506, 342, 386, 120बी आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया था। प्रकरण में शीतल चौबे पुत्र लक्ष्मीकांत चौबे निवासी ढुटेर संदीप कुमार पाठक उर्फ दीपू पुत्र राधेश्याम पाठक निवासी बरौली थाना शाहगंज आशीष मौर्य पुत्र रामगुपुत मौर्य निवासी रजधन, किशन हरिजन पुत्र नारायण हरिजन निवासी कम्हरिया बलुई बंधा, रंजीत कुमार पुत्र केशव हरिजन निवासी रजधन थाना चोपन, रुपाली उर्फ सुनीता उर्फ बिंदू पत्नी विवेक तिवारी निवासी पूरब मोहाल महिला थाने के पास संदीप पटेल के मकान में किराएदार, थाना राबर्टसगंज को मंगलवार को मिली सूचना के आधार पर दबोचा गया।
कुछ इस तरह अंजाम दी गई थी अपहरण की वारदातः
एएसपी ने बताया कि आशीष राणा उर्फ गुड्डू 25 वर्ष पुत्र सतेंद्र राणा निवासी दाहा थाना दोघट जिला बागपत जो मोबाइल एसेसरीज का सामान बेचने का काम करता है, से, योजना बद्ध तरीके से आपराधिक षडयंत्र करके आठ दिसंबर को फोन से वार्ता की गई और उसे केले में मारकुंडी बुलाकर, रजधन निवासी रंजीत के मकान में लेकर बंधक बना लिया गया। उसके साथ गाली-गलौज, मार-‘पीट भी की गई और उसके भाई दीपक राणा को फोन करके 5000 रूपये बार कोड के माध्यम से मंगा भी लिए गए। दोबारा उसके भाई को फोन पर काल कर पीड़ित को जान से मारने व छेड़खानी के फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर एक लाख रुपये की मांगा की गई। पीड़ित को चोपन थाना क्षेत्र के कुरहुल की पहाड़ी पर ले जाकर रात भर एकांत में रखा गया। वहां से वह मौका पाकर गत 10 दिसंबर को भाग निकला और चोपन थाने पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी। उसकी तहरीर पर धारा 323, 504, 506, 342, 386, 120बी आईपीसी का केस दर्ज किया गया।
गैंग के खुलासे-गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका:
प्रभारी निरीक्षक चोपन विश्वनाथ प्रताप सिंह, एसआई योगेंद्र पांडेय, हेड कांस्टेबल योगेश चंद्र मौर्या, कांस्टेबल सुनील कुमार यादव, करन कुमार महिला कांस्टेबल वंदना यादव ने इस मामले के खुलासे और गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई।