महंगाई के मोर्च पर राहत के संकेत, दो साल के न्यूनतम स्तर पर थोक मुद्रास्फीति
नई दिल्ली । सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Program Implementation) ने जनवरी 2023 के लिए थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी कर दिए हैं। जनवरी में थोक मुद्रास्फीति 4.73 प्रतिशत हो गई है। दिसंबर में ये आंकड़ा 4.95 प्रतिशत था।
थोक मूल्य सूचकांक (WPI) मुद्रास्फीति में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है, जो इस बात की ओर इशारा कर रही है कि जनता को आने वाले समय में महंगाई से राहत मिल सकती है।
बता दें, कल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आंकड़े जारी हुए थे, जिसमें खुदरा महंगाई दर 6.52 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह तीन महीनों में पहली बार है, जब खुदरा महंगाई दर 6 प्रतिशत के ऊपर पहुंच गई है। इससे पहले अक्टूबर 2022 में यह 6.77 प्रतिशत थी।
WPI मुद्रास्फीति में कमी
पिछले महीने WPI मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से ईंधन और बिजली के साथ अन्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के कारण है। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी 2023 में घटकर 24 महीने के निचले स्तर 4.73 प्रतिशत पर आ गई।
कहां कितना रहा महंगाई का आंकड़ा
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जनवरी, 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेल, रसायन और रासायनिक उत्पाद, कपड़ा, कच्चा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, कपड़ा और खाद्य उत्पादों का योगदान है। दालों में मुद्रास्फीति 2.41 प्रतिशत पर आ गई, जबकि सब्जियों में (-) 26.48 प्रतिशत थी। तिलहन में मुद्रास्फीति पिछले महीने (-) 4.22 प्रतिशत थी।
ईंधन और बिजली टोकरी मुद्रास्फीति पिछले साल दिसंबर में 18.09 प्रतिशत से घटकर 15.15 प्रतिशत हो गई। विनिर्मित उत्पादों में यह जनवरी 2023 में 2.99 प्रतिशत रही, जबकि पिछले साल दिसंबर में 3.37 प्रतिशत थी। WPI डाटा केंद्र सरकार द्वारा हेडलाइन खुदरा मुद्रास्फीति संख्या जारी करने के एक दिन बाद आया है।