कहीं पत्थर खोदकर निकाले 100 कमरे,किसी ने कार्टून से प्रेरित हो कर बनाया घर,अजीबो-गरीब हाउस

कहीं पत्थर खोदकर निकाले 100 कमरे,किसी ने कार्टून से प्रेरित हो कर बनाया घर,अजीबो-गरीब हाउस
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली। इस इस धरती पर घर एक ऐसी जगह होती है, जहां किसी को भी सबसे ज्यादा सूकून मिलता है। वहीं दुनिया में कुछ ऐसे घर मौजूद हैं,जिन्हें देखकर लगता ही नहीं है कि उनका संबंध इसी धरती से है।

इसे वियतनामी वास्तुकार डांग वियत नगा ने डिजाइन किया है। हैंग नगा गेस्ट हाउस को स्थानीय लोग दलाट क्रेज़ी हाउस से जानते हैं।

पुर्तगाल के मोनसेंटो गांव में स्थित विशाल ग्रेनाइट बोल्डर हैं। बोल्डरों की मदद से कॉटेज की दीवारों,फर्श और छतों का निर्माण करते हैं।

यह रॉक हाउस 1930 के दशक में इमाम याह्या (एक इस्लामी आध्यात्मिक नेता) की मदद से तुर्की में बनाया गया था। ये एक येमेनी वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण ये पांच मंजिला ऊंचा है।

एलीफेंटे आर्ट हाउस, कॉर्नविले,एरिजोना यूएसए में है। इसे कलाकार माइकल कहन और उनकी पत्नी लेडा लिवंत ने 1979 में बनाना शुरू किया और 28 साल बाद ड्रिफ्टवुड, चट्टानों और अलग तरह की चीजों से इसे पूरा किया।

कप्पडोसिया रॉक हाउस सेंट्रल अनातोलिया तुर्की में मौजूद है। ये कैवेलिक रॉक हाउस हवेलियों और मठ कैपाडोसिया में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं, जहां लोगों ने नरम चट्टान में घरों और सुरंगों को बनाया है।

फ्लिंटस्टोंस-इंस्पायर्ड होम मालिबू यूएसए में है। इसको 1960 के दशक के फ्लिंटस्टोन कार्टून से प्रेरित होकर बैंडस्टैंड के फेमस टीवी दिग्गज डिक क्लार्क ने बनवाया था।

आइसलैंडिक टर्फ हाउस आइसलैंड में स्थित खूबसूरत सा घर है। ये आइसलैंडिक के पारंपरिक घरों के रूप में जाना जाता है। इसके आस-पास टर्फ की कुछ परतें रखी जाती है।

इसे भी पढ़े   कांवड़ यात्रा का जिक्र कर असदुद्दीन ओवैसी बोले,'सड़क पर नमाज़ अदा करो तो FIR हो जाती है,लेकिन…'

प्राचीन क्लिफ हाउस को तांग राजवंश में बीजिंग से लगभग 92 किमी उत्तर पश्चिम में गुयाजू के एक चट्टान के किनारे बनवाया था। इसमें 110 से अधिक कमरे हैं। इसमें ज़ियी लोग रहते थे।


पोलैंड के रहने वाले बिजनेसमैन डैनियल जापीवस्की ने 2007 में इस घर को पूरा किया था और तब से यह सिम्बार्क गांव के लिए एक पर्यटक ड्रॉ कार्ड बन गया है।

हेलिओडोम कोस्विलर फ्रांस में मौजूद एक घर है। इसे एरिक वासर ने डिजाइन किया है। ये एक 3डी धूपघड़ी की तरह इस्तेमाल होता है।


ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *