डिलीवरी फीस के लिए बच्ची का डॉक्टर ने किया सौदा:अस्पताल सील

डिलीवरी फीस के लिए बच्ची का डॉक्टर ने किया सौदा:अस्पताल सील
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शाहजहांपुर। शाहजहांपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। प्राइवेट अस्पताल में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी हुई। वो फीस नहीं पेमेंट कर सकी। तो डॉक्टर ने भुगतान करने के लिए दंपति को एक रास्ता सुझाया। अपनी फीस अदा करने के लिए डॉक्टर ने बच्ची को एक मुस्लिम परिवार को देकर डिलीवरी की फीस अदा करा ली।

जन्म देने वाली मां बगैर बेटी के घर चली गई। भनक लगते ही हिंदूवादी संगठन ने अस्पताल के सामने हंगामा किया। डॉक्टर पर बच्ची को बेचने का आरोप लगाया। पिता की तरफ से थाने में तहरीर दे दी गई है। अब बच्ची को उसे जन्म देने वाली मां को सौंप दिया गया है।

ये मामला निगोही इलाके के त्रिलोकपुर का है। यहां रहने वाले रमाकांत की गर्भवती पत्नी को कस्बे के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां बुधवार की रात महिला संगीता देवी ने बेटी को जन्म दिया। रमाकांत के 6 बच्चे पहले ही हैं। रमाकांत का आरोप है कि डॉक्टर ने अपनी फीस 12 हजार रुपये बताकर कहा कि वो गरीब है। उसके पास इतने रुपए नहीं है कि सात बेटियों की परवरिश कर सके। ऐसे में डिलीवरी के 12 हजार रुपये भी नहीं दे पाओगे। अगर बेटी पैदा होती है तो वो किसी जरूरतमंद को दे दे। इतना ही नहीं जन्म देने वाली मां और उसके पति से डॉक्टर ने गोदनामा भी लिखवा लिया। रात में बेटी पैदा होने पर डॉक्टर ने गांव के रहने वाले नईम और उनकी पत्नी शाजिया को अस्पताल बुलाकर बेटी को गोद दे दिया। नईम ने डिलीवरी के 12 हजार रुपए भी डॉक्टर को दे दिए। उसके बाद दोनों दंपति घर चले गए।

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हंगामा होने पर अस्पताल को सील किया गया
गुरूवार की देर शाम हिंदूवादी संगठनों को जानकारी हुई। तब विहिप के जिलामंत्री राजेश अवस्थी तमाम कार्यकर्ताओं के साथ निगोही स्थित अस्पताल के सामने पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप है कि डॉक्टर ने जबरन बेटी को एक मुस्लिम परिवार को बेच दिया।

मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण पुलिस भी हरकत में आ गई। थाने की पुलिस के साथ तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। हंगामे को शांत कराकर अस्पताल की जांच कराने के लिए सीएमओ को सूचना दी। रमाकांत ने थाने में तहरीर देकर डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग है। सीएमओ ने एसीएमओं को अस्पताल की जांच कराई तो जांच में अस्पताल अवैध पाया गया। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया गया है।

तहरीर के आधार पर दर्ज की जाएगी रिपोर्ट
SO रविंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जिस परिवार को बच्चा दिया गया था। हंगामा होने पर बच्चा वापस कर दिया गया है। पूछताछ उस परिवार से भी होगी। जिसने बच्चे को गोद लिया था।


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