पति ही निकला नवविवाहिता का कातिल,गला दबाकर की थी हत्या
हत्या का 24 घण्टे में पुलिस ने किया खुलासा
चंदौली। थाना क्षेत्र के रसिया गांव में 24 वर्षीय महिला रेनू पाल की 14 अप्रैल को देरशाम हुई हत्या कि राज का पुलिस ने 24 घटे के अंदर ही खुलासा कर दिया। रेनू पाल के अन्य युवक से प्रेम सम्बंध की जानकारी होने पर काफ़ी समझाने के बाद भी जब पत्नी ने प्रेम सम्बन्ध खत्म करने के लिए राजी नहीं हुई तो पति ने गले में रस्सी का फंदा लगाकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया।पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आवश्यक कार्यवाही कर जेल भेज दिया।पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष ने बताया कि 14 अप्रैल की रात शहाबगंज क्षेत्र के रसिया गांव में हीरा लाल की 24 वर्षीय विवाहिता पुत्री रेनू का शव मिला।रेनू शाम साढ़े सात बजे किसी से फोन पर बात करते हुए घर से निकली थी। और देर रात कुछ दूर खेत में उसका शव मिला।पुलिस ने हत्या की जांच शुरु कर दी।छानबीन के दौरान पुलिस को हत्या का शक मृतका के पति सकलडीहा क्षेत्र के उकनी वीरमराय निवासी ज्ञानेंद्र पाल तक ले गई।मंगलवार को तड़के पुलिस ने ज्ञानेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस की पूछताछ में आरोपी ज्ञानेंद्र पाल ने बताया कि उसकी शादी बीते चार मार्च को ही रेनू के साथ हुई थी।शादी के पहले से ही रेनू का किसी युवक के साथ प्रेम संबंध था।वह अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती थी।ज्ञानेंद्र ने पत्नी को कई बार समझाया लेकिन वह अपनी बात पर अड़ी हुई थी। इसे लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद भी होता था।12 अप्रैल को रेनू ससुराल से विदा होकर अपने गांव रसिया आई थी।14 अप्रैल की रात ज्ञानेंद्र ने रेनू को फोन कर गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय के पास मिलने के लिए बुलाया।पहले तो रेनू तैयार नहीं हुई लेकिन ज्ञानेंद्र ने उसे किसी तरह अकेले मिलने को राजी कर लिया।शाम को रेनू पति ज्ञानेंद्र से मिलने प्राथमिक स्कूल के पास पहुंची।ज्ञानेंद्र ने अपनी बाइक पुलिया के किनारे खड़ी कर दी।मिलने आई रेनू को फिर से समझाना शुरु कर दिया और प्रेमी से दूर रहने की मिन्नतें की।लेकिन रेनू मानने को तैयार नहीं थी। इसके बाद ज्ञानेंद्र ने हाथ से ही रेनू का गला कसकर दबा दिया।जब वह बेहोश हो गई तब रस्सी से उसका गला तबतक दबाता रहा जबतक वह मर नहीं गई।इसके बाद रस्सी को झड़ियों में फेंककर अपने घर वापस चला गया।ज्ञानेंद्र 16 अप्रैल को सुबह जिला चिकित्सालय चन्दौली के पास कहीं जाने के लिए खड़ा था तभी तेज तर्रार प्रभारी निरीक्षक मिर्जा रिजवान बेग पुलिस टीम के साथ पहुंचकर गिरफ्तार कर लिए।अभियुक्त के विरुद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस आवश्यक कार्यवाही में जुट गई।पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त रस्सी व मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है।गिरफ्तार करने वालों में मुख्य रूप से प्रभारी निरीक्षक रिजवान बेग,सर्विलांस टीम के हरिनारायण पटेल,एसआई रामचन्द्र साही,प्रीतम बिन्द, ज्ञान सिंह पाल,मनीष यादव,प्रेम प्रकाश यादव,शब्बीर अहमद,नीरज मिश्रा,आनंद सिंह,अजित सिंह आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।