जम्मू-कश्मीर के डीजी हेमंत लोहिया की बेरहमी से हत्या;रेता गला,आग लगाईं…फिर संदिग्ध फरार

जम्मू-कश्मीर के डीजी हेमंत लोहिया की बेरहमी से हत्या;रेता गला,आग लगाईं…फिर संदिग्ध फरार
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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से एक बेहद ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है,जहां डीजी हेमंत कुमार लोहिया की उनके आवास पर बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक,सोमवार को अधिकारी का गला रेता गया और उनके शरीर को जलाने की भी कोशिश की गई। ऐसे में पुलिस फरार नौकर यासिर अहमद को मुख्य अपराधी मान रही है।

इस घटना को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि फरार हेल्पर की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। उधमपुर और रामबन जिले में कई छापे मारे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उसे आखिरी बार उधमपुर की ऊपरी पहाड़ियों में देखा गया था।

जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल हेमंत लोहिया की बेरहमी से हत्या
लोहिया असम के मूल निवासी थे और 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। अगस्त में उन्हें पदोन्नत किया गया और केंद्र शासित प्रदेश में जेल के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया।

शुरुआती जांच के मुताबिक रिपब्लिक टीवी को जानकारी मिली कि लोहिया ने सोमवार की रात अपने हेल्पर (यासिर) को पैर में सूजन के चलते मसाज करने के लिए कहा। इस दौरान यासिर ने पहले डीजी को कथित मौत के घाट उतारा, फिर कांच की टूटी बोतल से उनका गला रेता और उसके बाद उन्हे जलाने की भी कोशिश की। जिसके बाद आग की लपटें देखकर परिवार के सदस्यों और सुरक्षाकर्मियों ने कमरे में घुसने की कोशिश की। लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था, जिसके बाद उन्हें तोड़ना पड़ा।

पुलिस को घटना स्थल से कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं, जिसमें संदिग्ध को घर के पिछले दरवाजे से फरार होते हुए देखा गया। यासिर करीब 6 महीने से डीजी के घर में काम कर रहा था। वह अपने व्यवहार से काफी आक्रामक था और डिप्रेशन का शिकार था। सूत्रों के अनुसार, अपराध से जुड़े हथियार को जब्त कर लिया गया है और कुछ दस्तावेज सबूत भी बरामद किए गए हैं, जो उसकी मानसिक स्थिति को दर्शाते हैं।

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डीजी एचके लोहिया के आवास पर काम करने वाले दूसरे नौकर मोहिंदर सिंह ने रिपब्लिक टीवी से बात कर बताया,

“मैं पानी की बोतल भरकर नीचे आ रहा था,तभी मैंने एक शोर सुना और डर गया। जब मैं पहुंचा तो मैंने देखा कि सर के कमरे के अंदर से आग की लपटें निकल रहीं थीं। दरवाजा बंद था इसलिए उसे तोड़ना पड़ा। डीजी लोहिया शाम करीब 7 बजे घर आए और यह घटना रात 10 बजे के बाद हुई। उनका गला काटा गया और आधा शरीर जलाया गया। यासिर अहमद 6 महीने से काम कर रहा था।”

बता दें कि फिलहाल पुलिस ने यासिर को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उससे हत्या को लेकर सख्ती से पूछताछ की जाएगी।


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