युद्ध में सबसे बड़ा बांध टूटने से यूक्रेन के हालात खराब,UN ने कहा-बाढ़ पीड़ितों तक मदद नहीं पहुंचने दे रहा रूस

युद्ध में सबसे बड़ा बांध टूटने से यूक्रेन के हालात खराब,UN ने कहा-बाढ़ पीड़ितों तक मदद नहीं पहुंचने दे रहा रूस
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नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध में दक्षिणी यूक्रेन के रूसी कब्जे वाले खेरसॉन प्रांत में एक विशाल बांध टूटने से बाढ़ आ गई। इस बाढ़ ने निचले इलाकों में कोहराम मचा दिया।लाखों लोगों को वहां से निकालना पड़ा। वहीं,कई लोग लापता भी हो गए। अब संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने वहां के हालातों के बारे में दुनिया को अवगत कराया है।

संयुक्त राष्ट्र के अंडरसेक्रेटरी-जनरल मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि यूक्रेन में कखोव्का बांध के ढहने के कारण मानवीय स्थिति पहले की तुलना में “अत्‍यधिक बदतर” हो गई है। उन्‍होंने कहा,”वहां 700,000 लोगों के समक्ष पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। इसके साथ ही बाढ़ से हजारों घर-मकान,और अन्‍य इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर तबाह हो गए हैं। निचले इलाकों में खेती करना मुश्किल हो गया है, जिसके कारण यूक्रेन में अनाज कम उपजेगा। जिसके फलस्‍वरूप खाद्य कीमतों को बढ़ावा मिलेगा,लाखों जरूरतमंदों के लिए खाने की किल्‍लत होगी।”

UN के अंडरसेक्रेटरी-जनरल मार्टिन ग्रिफिथ्स ने बताया हाल
रिपोर्ट के मुताबिक, मार्टिन ग्रिफिथ्स ने एक इंटरव्‍यू में कहा, “यह एक वायरल समस्या है।” उन्‍होंने कहा कि ये केवल इस कृत्य के परिणामों को देखने की शुरुआत भर है।” उधर,खबर आई है कि कखोव्का पनबिजली बांध के टूटने और नीपर नदी से जुड़े जलाशय के खाली होने पर भारी संकट पनप रहा है। बताया जा रहा है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में ये जो बांध टूटा है,यह एक परमाणु संयंत्र के पास था, ऐसे में बाढ़ से तबाही के साथ-साथ ही एटॉमिक रेडिएशन फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है।

जेलेंस्की ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दो दिन पहले ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। नीपर के पश्चिमी तट पर यूक्रेन का नियंत्रण है, जबकि निचले पूर्वी हिस्से पर रूसी सैनिकों का नियंत्रण है, जो बाढ़ के प्रति अधिक संवेदनशील है। दक्षिणी यूक्रेन में ताजे पानी और सिंचाई के लिए आवश्यक बांध और जलाशय,खेरसॉन क्षेत्र में स्थित है जिसे मॉस्को ने सितंबर में अवैध रूप से कब्जा कर लिया था और पिछले एक साल से कब्जा कर रखा है।

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UN पहुंचा रहा सहायता-रसद
मार्टिन ग्रिफिथ्स कहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र,मुख्य रूप से यूक्रेनी सहायता समूहों के माध्यम से काम कर रहा है,यूक्रेन के नियंत्रण में बाढ़ वाले क्षेत्रों में 30,000 लोगों तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक रूस ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र को अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों तक पहुंच नहीं दी है. ग्रिफिथ्स ने कहा कि उन्होंने बुधवार को रूस के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत वैसिली नेबेंजिया से मुलाकात की और रूसी अधिकारियों से “यूक्रेनियन को सहायता प्रदान करने में मदद करने को कहा।”

ज़ापोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए ठंडे पानी की किल्लत
मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि दक्षिणी यूक्रेन के एक बड़े हिस्‍से में कृषि भूमि में बाढ़ आ गई है और यूरोप के सबसे बड़े ज़ापोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए ठंडा पानी उपलब्ध कराने की एक गंभीर समस्या पैदा हो गई है,वहां ठंडा पानी उसी बांध से पहुंचाया जाता था। इसके अलावा,ग्रिफिथ्स ने कहा कि युद्ध से बारूदी सुरंगों वाले क्षेत्रों में भी पानी चला गया है।


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