तीन पति,2 बॉयफ्रेंड और 4 नकली नाम…खुली लुटेरी दुल्हन की पूरी कुंडली
नई दिल्ली। पंथालु निहारिका,निकिता,सैलाथा और अकुला सैलाथा… अगर आप सोच रहे हैं कि ये चार अलग-अलग महिलाएं हैं, तो ऐसा नहीं है। ये चारों नाम एक ही महिला के हैं। वो महिला, जो नाम और पहचान बदलकर डेटिंग ऐप पर अपने लिए दूल्हे फंसाती थी। इतना ही नहीं, खुद को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताने वाली इस महिला ने दो प्रेमी भी बनाए, ताकि अपने काले कारनामों में उनका इस्तेमाल कर सके। अपने तीसरे पति के कत्ल के इल्जाम में अब यही महिला सलाखों के पीछे है और उसकी पूरी क्राइम कुंडली निकलकर सामने आ गई है। आइए, आपको शुरुआत से इसकी कहानी बताते हैं।
तारीख थी 8 अक्तूबर 2024 और जगह कर्नाटक के कोडागु में कॉफी का एक बागान। सुबह-सुबह बागान में जब मजदूर काम करने के लिए पहुंचे तो उन्हें अधजली हालत में एक आदमी की लाश मिली। बागान में हड़कंप मच गया और तुरंत मामले की खबर पुलिस की दो गई। पुलिस को लाश के पास एक जला हुआ जूता भी मिला। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी।
लाश का चेहरा जल चुका था। मौके से भी लाश की शिनाख्त का कोई सुराग नहीं मिला। ऐसे में पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। 12 दिनों तक लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल करने के बाद पुलिस के हाथ पहला सुराग लग गया। ये सुराग था एक मर्सिडीज बेंज कार, जिसे कॉफी के बागान के पास देखा गया। पुलिस ने नंबर के जरिए मालिक की डिटेल निकाली तो पता चला कि वो लाश रमेश कुमार नाम के बिजनेसमेन की है।
अब पुलिस ने रमेश के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली, तो केस खुलता चला गया। इस कत्ल को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि रमेश की पत्नी पंथालु निहारिका थी। हत्याकांड को अंजाम देने में उसके दो प्रेमियों- माई रेड्डी निखिल और अंकुर राणा ने भी उसका साथ दिया। पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ हुई तो एक ऐसी कहानी निकलकर सामने आई, जिसे पढ़कर शायद आप भी चौंक जाएंगे।
चार नाम वाली एक दुल्हन
दरअसल, लोगों को अपने जाल में फंसाकर लूटने का 29 वर्षीय पंथालु निहारिका उर्फ निकिता उर्फ सैलाथा उर्फ अकुला सैलाथा का पुराना इतिहास था। उसने कुल तीन शादिया कीं और साल 2017 से ही धोखाधड़ी और हनी ट्रैपिंग के धंधे में शामिल थी। वो हर नए आदमी से नए नाम और नई पहचान के साथ मिलती थी। 54 साल के रमेश कुमार के कत्ल के पीछे वजह थी उनकी 8 करोड़ की प्रॉपर्टी, जिसे उन्होंने हाल ही में बेचा था।
संपत्ति की रकम को हड़पने के लिए निहारिका ने अपने दोनों प्रेमियों के साथ मिलकर पति की हत्या का प्लान बनाया। 1 अक्तूबर को हैदराबाद के उप्पल में रमेश की मारुति कार में ही निहारिका और उसके प्रेमी अंकुर राणा ने उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके तीन दिन बाद मर्सिडीज कार में रखकर लाश को हैदराबाद से 850 किलोमीटर दूर कर्नाटक के पहाड़ी जिले कोडागु में ले जाया गया।
ये मर्सिडीज रमेश ने अपने दोस्त कंचटी श्रीहरि से कुछ दिनों के लिए उधार मांगी थी। आधी रात ढलने के बाद तीनों ने रमेश की लाश को सड़क किनारे स्थित कॉफी के एक बागान में फेंका और पहचान छिपाने के लिए आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को सीसीटीवी कैमरे ये मर्सिडीज कार नजर आ गई और उसके नंबर से पूरा मामला खुलता चला गया।
निहारिका की क्राइम कुंडली
रमेश कुमार की हत्या के मामले में तफ्तीश के दौरान निहारिका की क्राइम कुंडली का पता चला। साल 2017 में निहारिका को बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से पैसे ऐंठने के लिए आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसके ऊपर आरोप था कि उसने इस इंजीनियर को शारीरिक संबंध बनाने का लालच दिया था। निहारिका उस वक्त एक ऐसे गैंग का हिस्सा थी, जो ज्यादातर सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को हनी ट्रैप में फंसाता था।
हालांकि, साल 2019 में आठ अन्य लोगों के साथ उसे इस मामले में बरी कर दिया गया। निहारिका का रेकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि बेंगलुरु में एक पीजी में रहने के दौरान उसने तेलंगाना के पंथालु अनंतराम से शादी की थी। जनवरी 2021 में हरियाणा के करनाल में रहने वाले कमलदीप सैनी नाम के सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने उसके खिलाफ 70 लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई
लैपटॉप में मिलीं आपत्तिजनक तस्वीरें
अपनी शिकायत में कमलदीप ने बताया कि निहारिका से उसकी मुलाकात डेटिंग ऐप ‘मीट4यू’ पर हुई थी। यहां निहारिका ने खुद को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताते हुए कहा कि वो एक बड़ी कंपनी में नौकरी करती है। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातें होने लगीं और एक दिन निहारिका ने उसे शादी के लिए प्रपोज कर दिया। निहारिका ने उसे अपने परिवार की एक फर्जी दुखभरी कहानी भी सुनाई और 22 जून 2019 को इन दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद दोनों बेंगलुरु में रहने लगे।
वह अपने साथ एक छोटी लड़की भी लेकर आई और उसे अपनी भतीजी बताया। शादी के बाद निहारिका ने कहा कि उसे एक सीरियस बीमारी है और इलाज के नाम पर उसने कमलदीप से रुपये ऐंठने शुरू कर दिए। कोविड-19 महामारी के दौरान, साल 2020-2021 में दोनों करनाल वापस आ गए और यहां निहारिका की पैसे की मांग बढ़ने लगी। इसी दौरान कमलदीप को पता चला कि उसकी शादी पहले ही तेलंगाना के पंथालु अनंतराम नाम के आदमी से हो चुकी है और वह छोटी लड़की उसकी बेटी है।
जनवरी 2021 में कमलदीप ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि उसे निहारिका की सच्चाई का पता उस वक्त चला, जब उसने उसका लैपटॉप चेक किया। इस लैपटॉप में कई दूसरे लोगों के साथ निहारिका की आपत्तिजनक तस्वीरें और चैट की डिटेल थी। 4 फरवरी 2021 को निहारिका को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास अलग-अलग जन्मतिथि के साथ दो पहचान पत्र और फर्जी डिग्रियां भी मिलीं।
अंकुर राणा और निहारिका की प्रेम कहानी
अंकुर राणा से निहारिका की मुलाकात हरियाणा की करनाल जेल में हुई थी। उसके दूसरे पति ने निहारिका के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था और फरवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक वह इस जेल में रही। अंकुर राणा की मां सतोषी भी एक मामले में इसी जेल में बंद थी। वह जब अपनी मां से मिलने जाता, तो उसकी बातचीत निहारिका से भी होने लगी और धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई।
पिछले दो साल के भीतर निहारिका के बुलाने पर अंकुर राणा लगभग दो महीने तक बेंगलुरु में रहा। निहारिक के पति की हत्या तक वह बेंगलुरु में ड्राइवर के तौर पर काम करता था। कत्ल के बाद अंकुर हरिद्वार भाग गया था। जांच के दौरान इस बात का पता चला कि उसका भी क्रिमिनल रेकॉर्ड है। उसकी पत्नी की मौत हरिद्वार में जलकर हुई थी, जिसके बाद ससुराल वालों ने उस पर हत्या का आरोप लगाया। इसके अलावा वह उत्तर प्रदेश में वाहन चोरी के कुछ मामलों में भी शामिल था।
साल 2021 में धोखाधड़ी के मामले में जमानत पर रिहा होने के बाद, निहारिका दो साल से ज्यादा वक्त तक करनाल अदालत में पेश नहीं हुई। अदालत ने मई 2024 में उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया, जिसके बाद वह उसी साल जुलाई में पेश हुई। अगस्त 2024 की सुनवाई की तारीख से पहले उसे फिर से गिरफ्तार किया गया और बाद में रिहा कर दिया गया।
पशु चिकित्सक से दूसरा अफेयर
जमानत मिलने के बाद जब निहारिका करनाल से बेंगलुरु लौटी तो उसकी मुलाकात पशु चिकित्सक माई रेड्डी निखिल से हुई। कुछ वक्त बाद उसका अफेयर निखिल के साथ शुरू हो गया और वो उसी के साथ रहने लगी। यहीं पर एक दिन मेट्रो में बिजनेसमेन रमेश कुमार से निहारिका की मुलाकात हुई। धीरे-धीरे दोनों में बातें होने लगीं और नजदीकी इतनी बढ़ी कि निहारिका से शादी करने के लिए रमेश ने अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया।
रमेश की प्रॉपर्टी पर थी नजर
निहारिका को पता था कि रमेश के पास अच्छी खासी प्रॉपर्टी है और वह इसे हासिल करना चाहती थी। खुद को बचाने के लिए उसने हत्या के तुरंत बाद रमेश के फोन पर एक मेसेज भेजा, जो उसके पास ही था। मेसेज में उसने लिखा कि वह अपनी बेटी के साथ रहने के लिए बेंगलुरु लौट रही है। इसके बाद उसने रमेश के फोन को फेंक दिया। रमेश कुमार की हत्या के मामले में कोर्ट ने माना कि उसने केवल सबूतों को नष्ट करने में निहारिका का साथ दिया और इसलिए उसे जमानत दे दी गई।