सिर्फ 3 किलोमीटर के लिए भी यहां चलती है ट्रेन,ठसाठस भरे होते हैं यात्री;वजह
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे नेटवर्क के मामले में दुनिया में चौथे स्थान पर है और लगभग 2.50 करोड़ लोगों की लाइफ लाइन की तरह काम करती है। भारत में देश के एक कोने से दूसरे कोने तक लंबी रेल यात्रा के साथ-साथ छोटी यात्राएं भी होती हैं जिनमें मुश्किल से ही समय लगता है। आज हम आपको भारत में ट्रेनों द्वारा तय की जाने वाली सबसे छोटी और सबसे लंबी दूरी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कि बेहद ही दिलचस्प है। क्या आपको मालूम है कि रेलवे सिर्फ तीन किलोमीटर की दूरी के लिए भी ट्रेन चलाती है। जी हां,हम कोई मेट्रो या लोकल ट्रेन नहीं बल्कि पैसेंजर ट्रेन की ही बात कर रहे हैं।
कहां से कहां तक चलती है ट्रेन?
डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी के बीच विवेक एक्सप्रेस कुल 4286 किमी की दूरी तय करती है,जबकि सबसे कम दूरी 2 किलोमीटर के लिए भारतीय रेल नागपुर से अजनी के बीच की दूरी तय करती है। महाराष्ट्र में,कुछ ट्रेनें नागपुर और अजनी के बीच 3 किमी की दूरी तय करती हैं। ट्रैवल पोर्टल इक्सिगो के मुताबिक,नागपुर से अजनी के बीच का सफर सिर्फ 9 मिनट में पूरा होता है। इस यात्रा के लिए लोगों को जनरल क्लास के लिए 60 रुपये और स्लीपर क्लास के लिए 175 रुपये किराया देना होता है। हालांकि, 9 मिनट की यात्रा के लिए स्लीपर क्लास बुक करना बहुत कम मायने रखता है और इसलिए अधिकांश लोग सामान्य श्रेणी से यात्रा करते हैं।
सबसे लंबे रूट के ट्रेन का क्या है नाम?
देश की सबसे लंबी रूट वाली ट्रेन का नाम विवेक एक्सप्रेस है। इस ट्रेन की घोषणा स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के मौके पर की गई थी। यह असम में डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु में कन्याकुमारी तक चलती है। यह भारत की सबसे लंबी दूरी की ट्रेन है। यह ट्रेन करीब 4300 किमी की लंबी दूरी तय करती है। इस सफर को पूरा करने में 80 घंटे से ज्यादा का समय लगता है। इस सफर के दौरान यह ट्रेन 57 स्टेशनों पर रुकती है और कुल 9 राज्यों से होकर गुजरती है। यह मार्ग न केवल भारत में बल्कि पूरे उपमहाद्वीप में सबसे लंबा है। यह दुनिया में 24वां सबसे बड़ा रूट भी है।