गाजा पट्टी पर UNGA में वोटिंग से दूर रहा भारत तो प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल-‘स्टैंड लेने से इनकार करना गलत’

गाजा पट्टी पर UNGA में वोटिंग से दूर रहा भारत तो प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल-‘स्टैंड लेने से इनकार करना गलत’
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इजरायल। इजरायल और हमास के मसले पर भारत के अंदर छिड़ी सियासी जंग अब और भड़क गई है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में गाजा पट्टी पर एक प्रस्ताव आया था और भारत ने अपने हितों का ध्यान रखते हुए प्रस्ताव पर वोटिंग से खुद को दूर रख लिया, लेकिन सरकार का ये रुख विपक्षी दलों को रास नहीं आ रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने UNGA में मतदान से दूर रहने पर सरकार के खिलाफ गुस्सा निकाला है।

गाजा पट्टी पर UNGA में मतदान से दूर रहा भारत
भारत सरकार के रुख पर प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
प्रियंका गांधी ने किसके समर्थन में अपनी बात रखी?

मैं स्तब्ध और शर्मिंदा हूं: प्रियंका गांधी
कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपनी बात रखी और इस दौरान उन्होंने सरकार पर हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि मैं स्तब्ध और शर्मिंदा हूं कि हमारे देश ने गाजा में युद्धविराम के लिए मतदान करने से परहेज किया है।

प्रियंका ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘हमारे देश की स्थापना अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर हुई थी, जिन सिद्धांतों के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया। ये सिद्धांत संविधान का आधार हैं जो हमारी राष्ट्रीयता को परिभाषित करते हैं। वे भारत के नैतिक साहस का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य के रूप में इसके कार्यों का मार्गदर्शन किया।’

स्टैंड लेने से इनकार और चुपचाप देखना गलत: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव ने लिखा, ‘जब मानवता के हर कानून को नष्ट कर दिया गया है। लाखों लोगों के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा आपूर्ति, संचार और बिजली काट दी गई है और फिलिस्तीन में हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को नष्ट किया जा रहा है, तो स्टैंड लेने से इनकार करना और चुपचाप देखना गलत है।’ प्रियंका ने आगे लिखा,

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जॉर्डन के प्रस्ताव पर भारत ने नहीं किया वोट
भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में जॉर्डन की तरफ से पेश प्रस्ताव पर मतदान से परहेज किया, जिसमें मौजूदा इजरायल-हमास युद्ध में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान किया गया था। इसके पक्ष में 120 वोट पड़े, विपक्ष में 14 वोट पड़े और 45 देशों ने वोट नहीं किया।

हालांकि भारत ने 87 अन्य देशों के साथ कनाडा के प्रस्तावित संशोधन के पक्ष में मतदान किया।


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