सावन में क्यों लगाई जाती है मेहंदी जानें कारण और फायदे
नई दिल्ली। सनातन धर्म में सावन का महीना बहुत ही पवित्र और खास माना जाता है। इस माह में एक तरफ जहां शिव जी की पूजा अर्चना और व्रत का विशेष महत्व माना जाता है, वहीं दूसरी ओर सावन में श्रृंगार और हरे रंग की चीजों को पहनने का महत्व होता है। क्योंकि ये महीना हरियाली का प्रतीक होता है। ठीक उसी तरह से इस माह में मेहंदी लगाने का भी खास महत्व होता है। आइए जानते हैं आखिर सावन में मेहंदी लगाने का क्या महत्व है।
सावन में मेहंदी क्यों लगाई जाती है?
सावन में मेहंदी लगाने का महत्व?
सावन में मेहंदी क्यों लगाई जाती है?
सावन में मेहंदी लगाने की परंपरा काफी पुरानी है। दरअसल, सावन का महीना मानसून के दौरान पड़ता है, जिसके कारण इस मौसम में कई सारी बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। इसलिए पुराने समय में इससे बचने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल किया जाता था।
सावन में मेहंदी लगाने का महत्व?
सावन महीने में मेहंदी लगाने के और भी कई फायदे हैं। आइए जानते हैं उन फायदों के बारे में।
सावन में मानसून के कारण कभी बारिश तो कभी धूप के चलते उमस वाली गर्मी होने लगती है। ऐसे में इस दौरान मेहंदी लगाने से शरीर की गर्मी दूर की जा सकती है और हरा रंग रोगों की रोक-थाम के लिए जाना जाता है।
मेहंदी की खुशबू शरीर को ठंडक देकर बॉडी के स्ट्रेस को कम करने का काम करती है।
वहीं ऐसा माना जाता है कि अगर सावन के महीने में महिलाएं मेहंदी लगाती है तो पति-पत्नि का रिश्ता मजबूत होता है।
मेहंदी की तासीर ठंडी होने की वजह से ये स्किन से रिलेटेड कई सारी परेशानियों से भी छुटकारा दिलाने का काम करता है।
इसके अलावा मेहंदी लगाने से तनाव और सिर दर्द की समस्या में भी कम होती है।