BJP की दूसरी लिस्ट के बाद MP में क्यों मचा हंगामा,पक्ष-विपक्ष सब हैरान;क्या है मोदी का मास्टर स्ट्रोक?
मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश में चुनावी बिसात सज चुकी है और राजनीतिक दलों ने इस अपने पत्तों को बिछाना शुरू कर दिया है,लेकिन सूबे की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी अपने पत्तों को पहले ही सेट करके प्रचंड जीत की तैयारी कर ली है। ‘अबकी बार 150 के पार’ नारे के साथ बीजेपी मैदान में है और फिर से जीत का परचम लहराने के लिए उसने इस बार केंद्रीय नेताओं पर भी विधानसभा चुनाव में दांव लगा दिया है।
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने बदली रणनीति
चुनावों से पहले ही बीजेपी की लिस्ट आई
मध्य प्रदेश में बीजेपी का एमपी फॉर्मूला
BJP की लिस्ट ने सभी को चौंकाया
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों समेत कई सांसदों को विधायकी के लिए मैदान में उतारा है। बीजेपी दूसरी सूची में जिन 39 उम्मीदवारों का नाम जारी किया, उनमें 3 केंद्रीय मंत्री और 4 सांसदों के नाम हैं।
केंद्रीय मंत्रियों में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल हैं, तो सांसदों में रीति पाठक, गणेश सिंह और उदय प्रताप सिंह का नाम है। इतना ही नहीं, बीजेपी ने पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी विधायकी का टिकट दिया है।
विपक्ष ने क्या कहा?
सोमवार को बीजेपी की लिस्ट आते ही मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया। बीजेपी ने जो दांव चला है, वो विपक्ष को भी समझ नहीं आया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहते हैं, ‘अगर जो लोग केंद्रीय मंत्री और सांसद थे, उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारा जा रहा है, तो इसका मतलब है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में हार रही है। इसलिए, वे अपने योद्धाओं को मैदान में उतार रहे हैं। लेकिन आप समझ सकते हैं कि स्थिति क्या है।’
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला कहते हैं, ‘हारी हुई बीजेपी ने दो बातें मान ली हैं। बीजेपी सरकार ने 18 साल में नगण्य काम किया है और शिवराज सिंह चौहान का नाम भी नगण्य है। ये बात उन्होंने कल मान ली है कि उनके पास कुछ नहीं है।’
RJD सांसद मनोज झा कहते हैं, ‘बीजेपी के लिए मध्य प्रदेश में कुछ चीजें मरम्मत के परे हो चुकी हैं। जिन मंत्रियों के नाम सूची में हैं, उन्होंने शायद सपनों में भी नहीं सोचा होगा की उनके नाम सूची में होंगे। अगर सूची देखेंगे तो 5-6 मुख्यमंत्री उम्मीदवार तो सूची में दिख जाएंगे। जमीनी हकीकत बता रही है कि बीजेपी का कोई भी फॉर्मूला सफल नहीं हो रहा है।’
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी बीजेपी में डर की बात कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने इस दौरान शिवराज सिंह को लेकर तंज कसा और कहा, ‘शिवराज सिंह चौहान घबराए हुए हैं क्योंकि उनके टिकट का ऐलान नहीं हुआ है और बाकी लोगों का हो गया।’
बीजेपी नेताओं ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी द्वारा उम्मीदवारों की सूची जारी करने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है,’इससे बीजेपी की बड़ी जीत सुनिश्चित हो गई है। हमारे सभी वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ेंगे।’
प्रह्लाद पटेल पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। टिकट दिए जाने पर उन्होंने बीजेपी का आभार जताया और कहा कि मुझे लगता है बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे। प्रह्लाद सिंह पटेल का कहना है, ‘मैं केंद्र और राज्य सरकार को धन्यवाद देता हूं। यह पहली बार है कि नेतृत्व ने मुझे विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया है, वह भी मेरे गृह जिले से।’
आगामी मध्य प्रदेश चुनाव के लिए इंदौर-1 विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने पर कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं, ‘मुझे चुनाव लड़ने की 1% भी इच्छा नहीं थी। मैंने केवल सार्वजनिक बैठकों में भाग लेने की योजना बनाई थी। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे टिकट दिया गया है।’
साबित होगा PM मोदी का मास्टर स्ट्रोक?
मध्य प्रदेश में 230 सीटों वाली विधानसभा के चुनाव के लिए किसी भी समय रणभेरी बजने वाली है। इसके पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट से सबको चौंका दिया।
इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मास्टरस्ट्रोक भी माना जा रहा है। वो इसलिए कि प्रधानमंत्री मोदी जब भोपाल के दौरे पर गए थे, तो अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ‘मोदी का मिजाज भी अलग है और मेहनत भी अलग है।’
इसी के ठीक अगले दिन बीजेपी की लिस्ट जारी हो गई। इससे न सिर्फ राजनीतिक पंडितों के गणित फेल हो गए हैं, बल्कि विपक्ष का भी सिर चकराने लगा है।