पत्नी मर चुकी थी,मैं हॉस्पिटल में तलाश रहा था… तिरुपति भगदड़ के पीड़ितों की दर्द भरी दास्तां

पत्नी मर चुकी थी,मैं हॉस्पिटल में तलाश रहा था… तिरुपति भगदड़ के पीड़ितों की दर्द भरी दास्तां
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तिरुपति। आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के भगदड़ में विशाखापट्टनम के वेंकटेश ने अपनी पत्नी शांति को हमेशा के लिए खो दिया। वह अपने बेटे और पत्नी के साथ तिरुपति आए थे और वैकुंठ एकादशी के मौके पर भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए उत्साहित थे। उन्हें पता नहीं था कि यह उनकी पत्नी के साथ अंतिम यात्रा होगी। भगदड़ के बाद वह पत्नी को हॉस्पिटल में तलाशते रहे। बाद में सोशल मीडिया के वीडियो से पता चला कि उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है।

पत्नी भीड़ में कब गिरी,पता नहीं चला
वेंकटेश ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ स्पेशल दर्शन के टोकन के लिए विष्णु निवासम के पास कतार में खड़े थे। वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी थी। इस बीच किसी महिला भक्त की तबीयत बिगड़ गई । उसे भीड़ से बाहर निकालने के लिए गेट खोला गया। गेट खुलते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। वेंकटेश की पत्नी शांति भी लाइन में आगे खड़ी थी। वह कब नीचे गिरी, वेकटेंश को पता नहीं चला। वेंकटेश ने बताया कि भगदड़ के बाद वह शांति को हॉस्पिटल में तलाशते रहे, मगर कोई पता नहीं चला। बाद में एक वायरल वीडियो में शांति की लाश दिखी। गुरुवार सुबह वेंकटेश श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी सामान्य अस्पताल के बाहर हतप्रभ खड़े थे। उनका कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की पर्याप्त मौजूदगी नहीं थी।

एक परिवार के 6 लोग घायल
वैकुंठद्वार सर्वदर्शन के लिए हजारों तीर्थयात्री तिरुपति पहुंचे थे। एक महिला ने बताया कि वह अपने 20 फैमिली मेंबर के साथ टोकन की लाइन में खड़ी थी। भगदड़ के कारण उसके परिवार के 6 लोग घायल हो गए। महिला ने बताया कि घायलों में अधिकतर महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि विष्णु निवासम वाले काउंटर पर गेट खोलते ही पुरुषों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। उसने बताया कि शाम 8 बजे के पहले तक हालात सामान्य थे। उसका परिवार भी सुबह 11 बजे से टोकन के लिए लाइन में खड़ा था। लंबे इंतजार के दौरान देवस्थानम की ओर से बिस्किट और दूध दिए गए थे। सारा बवाल टोकन काउंटर के गेट खुलने के बाद हुआ।

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चंद्राबाबू नायडू पहुंचे तिरुपति मंदिर
जिला कलेक्टर डॉ. एस वेंकटेश्वर ने कहा कि मंदिर के सभी काउंटरों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। श्रद्धालुओं के भोजन, पानी, शौचालय आदि का ध्यान रखा गया था। मंदिर के प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड ने किसी भी साजिश से इनकार किया है। गुरुवार को आंध्र प्रदेश के सीएम एन. चंद्राबाबू नायडू तिरुपति मंदिर के घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।


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